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फतेहाबाद नप में 69 साल बाद बनेगा अनुसूचित जाति का प्रधान

जागरण संवाददाता फतेहाबाद प्रदेश सरकार जल्द ही नगर निकाय का चुनाव करवाने वाली हैं। इ

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 11:22 PM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 11:22 PM (IST)
फतेहाबाद नप में 69 साल बाद बनेगा अनुसूचित जाति का प्रधान
फतेहाबाद नप में 69 साल बाद बनेगा अनुसूचित जाति का प्रधान

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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प्रदेश सरकार जल्द ही नगर निकाय का चुनाव करवाने वाली हैं। इसके लिए सूची भी जारी हो रही है। अब सरकार ने सभी नगरपरिषद व नगरपालिका के प्रधान पद के चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। फतेहाबाद जिले में आने वाली नगरपरिषद व नगरपालिका में प्रधान पद की सीट भी तय हो गई। फतेहाबाद शहर में पहली बार किसी अनुसूचित वर्ग के व्यक्ति प्रधान पद के लिए चयनित होगा। फतेहाबाद 1952 से नगर निकाय है। तब से लेकर अब तक 69 वर्षों में प्रधान एससी वर्ग से नहीं बना है। हालांकि उप प्रधान कई बार रह लिए, लेकिन प्रधान की कुर्सी नहीं मिली। शहर में 15 हजार के करीब एससी बिरादरी के वोट होने के बाद पहली बार उन्हें यह लाभ मिलेगा।

जुलाई महीने में यह सीट आरक्षित कर दी थी। लेकिन पिछले दिनों पत्र आने के बाद उम्मीदारों के चेहरे पर रोनक भी गायब हो गई थी। फतेहाबाद शहर को सामान्य वर्ग में शामिल करने की बात हुई। ऐसे में जो चुनाव प्रचार कर रहे थे वो भी नाखुश नजर आए। लेकिन अब फिर उम्मीद जग गई है।

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रतिया में महिला के पास जाएगी कुर्सी

फतेहाबाद शहर में अनुसूचित जाति का प्रधान बनेगा। वहीं रतिया में सामान्य वर्ग से महिला प्रधान बन सकेगी। इसके अलावा टोहाना व भूना में जरनल के लिए ओपन है। ऐसे में यहां पर महिला या पुरुष दोनों चुनाव लड़ सकते है। अब स्थित साफ होने के बाद उम्मीदवार बड़े स्तर पर चुनाव की तैयारी के लिए प्रचार करना शुरू कर देंगे। पिछले दिनों कुछ उम्मीदवार आए थे। लेकिन उन्होंने अपना चुनाव अभियान बंद कर दिया था।

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लीला कृष्ण शहर की राजनीतिक से शुरू करके बन गए थे बड़े नेता :

फतेहाबाद नगर पालिका के पहले प्रधान 1952 में चौधरी द्वारिका प्रसाद बने थे। उस दौरान शहर में 7 पार्षद थे। 1952 में शहर में स्थित भीमा बस्ती पंचायत थी। उस दौरान उसके सरपंच कर्मचंद चुघ बने थे। इसका बाद में 1957 में शहर में विलय कर दिया गया। इसके बाद 2021 में जाकर शहर के क्षेत्र का विस्तार हुआ है। इसमें हंस कालोनी, स्वामी नगर सहित कई कालोनियों को शामिल किया गया है।

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एक प्लान में दो बार महिला बनी चेयरपर्सन बनी :

फतेहाबाद के नगर निकाय के 69 सालों के इतिहास में अब तक दो बार महिला चेयरपर्सन बनी हैं। वो भी पांच साल में। 2004 से लेकर 2009 तक के एक प्लान में दो महिला चेयरपर्सन बनी। प्रदेश की सत्ता बदली तो इनका भी बदलाव हुआ। उन पांच सालों में शीलावंती व उषा प्रधान बनीं।


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