जिले के 5007 घरों में नहीं शौचालय, रतिया की स्थिति गंभीर
कागजों में जिला खुले में शौचमुक्त हो चुका है, लेकिन हकीकत
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
कागजों में जिला खुले में शौचमुक्त हो चुका है, लेकिन हकीकत कुछ और है। आज भी पूरे जिले में 5007 घरों में शौचालय नहीं है। अगर इन घरों में शौचालय है भी वो भी जर्जर हालत में है। ऐसे में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत पूरे जिले में 5007 घरों में शौचालय बनाये जाएंगे।
प्रत्येक लाभार्थियों को शौचालय बनाने के लिए 12 हजार रुपये की राशि जारी होगी। इसके लिए विभाग के अधिकारियों ने लोगों की सूची भी तैयार कर ली है जिनके यहां शौचालय बनाने है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब भी अनेक गांवों में शौचालय नहीं है। इसके लिए ग्राम स्तर पर इसकी रिपोर्ट मांगी गई थी। प्रथम ²ष्टि में सामने आया कि 5007 घरों में शौचालय नहीं है। अगर इनके यहां शौचालय है भी वो भी जर्जर अव्यवस्था में है। इस कारण ग्रामीणों को परेशानी आ रही है। विभाग के अधिकारियों ने कर्मचारियों को भेजकर पहले तो सर्वें करवाया गया। सर्वे की रिपोर्ट मिलने के बाद प्रत्येक खंड से लोगों की सूची तैयार की गई। सूची मिलने के बाद अब 5007 घरों में शौचालय बनाये जाएंगे। जिस पर करीब 6 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सात खंडों में इनके घर बनेगा शौचालय
-भट्टू कलां में 513
-भूना 915
- फतेहाबाद 682 -जाखल के 421
- नागपुर के 879
- रतिया के 1045
- टोहाना 552
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रतिया में 1900 घरों में नहीं शौचालय
शौचालय निर्माण की बात करे तो रतिया की हालत गंभीर है। नागपुर खंड को अभी दर्जा मिला है। ऐसे में नागपुर पहले रतिया खंड में आता था। इस तरह रतिया में अब भी गांवों में 1900 के करीब घर है जहां शौचालय नहीं है। ऐसे में सवाल उठाता है कि जिले को कैसे खुले में शौचमुक्त किया गया।
------------------------ सर्वे रिपोर्ट के अनुसार अब 5007 घरों में शौचालय बनाये जाएंगे। जिसकी राशि लाभार्थी के खाते में डाल दी जाएगी। प्रत्येक शौचालय निर्माण के लिए करीब 12 हजार रुपये मिलेंगे। समय समय पर सर्वें होते है। किसी के यहां शौचालय नहीं है तो किसी की हालत खस्ता है। विभाग से राशि मिल चुकी है और जल्द ही खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
सुभाष चौहान
जिला इंचार्ज स्वच्छ भारत मिशन फतेहाबाद।