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महिलाएं सशक्त होंगी तो देश होगा विकसित

जागरण संवाददाता फतेहाबाद महिलाएं सशक्त होंगी तो देश सशक्त व विकसित होगा। महिलाओं के उत्थान तथा उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार ने विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित किया है। केंद्र व राज्य सरकार का प्रयास है कि महिलाएं स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनें। यह बात फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम ने शुक्रवार को स्थानीय पंचायत भवन स्थित हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वावधान में आजीविका महिला महासंघ की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। इससे पहले विधायक ने पौधारोपण व रिबन काटकर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Aug 2020 07:40 AM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 07:40 AM (IST)
महिलाएं सशक्त होंगी तो देश होगा विकसित

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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महिलाएं सशक्त होंगी तो देश सशक्त व विकसित होगा। महिलाओं के उत्थान तथा उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार ने विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित किया है। केंद्र व राज्य सरकार का प्रयास है कि महिलाएं स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनें। यह बात फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम ने शुक्रवार को स्थानीय पंचायत भवन स्थित हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वावधान में आजीविका महिला महासंघ की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। इससे पहले विधायक ने पौधारोपण व रिबन काटकर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

विधायक दुड़ाराम ने कहा कि समाज व राष्ट्र के नव निर्माण में शुरू से ही महिलाओं की अह्म भूमिका रही है। महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। उन्होंने कहा कि महिला संस्कारवान होती है। महिलाओं के उत्थान के लिए बनाई गई विभिन्न योजनाओं के बारे में भी समूह की महिलाओं से चर्चा की और उनसे परिचय प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पंचायतों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए विशेष कदम उठाए गए है। उन्होंने कहा कि सरकार ने महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने व कल्याणकारी योजनाओं के लाभ के लिए बजट में भी कई गुणा बढ़ोतरी की है।

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50 हजार महिलाओं को आजीविका मिशन से जोड़ने का लक्ष्य

डीपीएम रणविजय ने कहा कि जिला में 2700 स्वयं सहायता समूहों में 30 हजार महिलाओं को संगठित किया गया है। अगले वर्ष तक 50 हजार महिलाओं को आजीविका मिशन से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम के तहत सरकार ने साढ़े चार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिसमें से सवा करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं। शेष राशि आगामी समय में दो-तिहाई किश्तों में सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। रणविजय ने बताया कि समूह की महिलाएं डेयरी उत्पाद, आचार, पापड़, मुरबा, दरी, चुड्डियां, मिट्टी के बर्तन, विभिन्न प्रकार के मसाले व गारमेंट्स आदि अन्य वस्तुएं बना रही है। कोरोना महामारी के दौरान भी महिलाओं ने जिला में 50 लाख से ज्यादा मास्क, पीपीई किट, हैंड सैनिटाइजर, साबुन इत्यादि उत्पाद बनाकर उचित दरों पर सरकारी विभागों व आमजन को उपलब्ध करवाए गए है।

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नौ कलस्टर में महिलाएं कर रहीं काम

कार्यक्रम के दौरान आजीविका मिशन जिला महासंघ की प्रधान सुनीता निवासी धारनियां व अन्य स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने विधायक का स्वागत किया और उनके द्वारा संचालित किए गए स्वयं सहायता समूह की विभिन्न गतिविधियों व क्रियाक्लापों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। प्रधान सुनीता ने बताया कि संघ के अंतर्गत नौ कलस्टर सेक्टर आते हैं। एक कलस्टर सेक्टर में 12-15 ग्राम संगठन है और हर एक के 10-15 स्वयं सहायता समूह है। इस प्रकार से जिला में 2700 स्वयं सहायता समूह हैं, जिनमें 30 हजार गरीब परिवारों की महिलाएं जुड़ी हुई हैं।


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