नहीं चलेगी कोताही, दवाई खाकर करनी होगी मिस्ड कॉल
मुकेश खुराना, फतेहाबाद : टीबी के उपचार में अब कोताही नहीं चलेगी। मरीज का डाटा स्वास्थ्य विभाग के पास
मुकेश खुराना, फतेहाबाद : टीबी के उपचार में अब कोताही नहीं चलेगी। मरीज का डाटा स्वास्थ्य विभाग के पास अपडेट रहेगा। मरीज ने दवाई खाई या मिस कर दी। विभाग के उच्च अधिकारियों के पास इसकी जानकारी रहेगी। उपचार को लेकर ¨चतित स्वास्थ्य विभाग ने 99 डॉटस पोर्टल व एप बनाया है। जिसमें टीबी मरीज से संबंधित पूरी जानकारी अपडेट होगी। मरीज को गोली के रेपर पर लिखे नंबर पर मिस्ड कॉल करनी होगी। ये नंबर रेपर खोलने पर लिखा होगा। मरीज द्वारा संबंधित नंबर पर कॉल करने पर पुष्टि हो जाएगी कि आज दवाई खा ली गई है। विभाग ने पहले चरण में फिलहाल एचआइवी टीबी मरीजों का डाटा इस पोर्टल व एप पर अपडेट किया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उम्मीद है अक्टूबर माह से टीबी के सभी मरीजों का डाटा पोर्टल व एप पर होगा। शुरूआत में एचआइवी टीबी मरीज पोर्टल पर हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एचआइवी टीबी मरीज को जो दवाई दी गई हैं उन गोलियों के प्रत्येक रेपर पर अलग-अलग नंबर हैं। दवाई खाने के बाद खोले गए रेपर पर दिए गए नंबर पर मिस्ड कॉल करनी होगी। ये नंबर हर गोली पर अलग-अलग होंगे। जो ये पुष्टि करेगा कि मरीज ने दवाई खा ली है। इसकी जानकारी जिला क्षयरोग अधिकारी व डॉटस प्लस सुपरवाइजर के पास भी रहेगी। अगर मरीज ने दवाई नहीं खाई है तो संबंधित अधिकारियों के पास मैसेज चला जाएगा कि मरीज ने दवाई नहीं खाई है।
--वजन के हिसाब से रोजाना खानी होगी दवाई
टीबी के मरीजों को सप्ताह में तीन दिन दवाई खिलाई जा रही है। यदि मरीज ने बीच में दवा नहीं खाई तो कोर्स पुन: शुरू करना पड़ता है। तीन दिन की दवा से नतीजे सामने नहीं आ रहे। स्वास्थ्य विभाग ने मरीज को प्रतिदिन दवाई देने का फैसला लिया है। डॉ.मनीष टुटेजा ने बताया कि टीबी के मरीज को प्रतिदिन दवाई दी जाएगी। ये दवाई वजन के मुताबिक होगी। अब तक मरीजों को 6 गोलियां व एक कैप्सूल खाना होता है। फिलहाल प्रतिदिन की दवाई एचआइवी टीबी मरीजों के लिए शुरू किया गया है। उम्मीद है अक्टूबर माह से टीबी के सभी मरीजों को प्रतिदिन दवाई खानी होगी।
------
जिले में टीबी मरीजों की स्थिति :
मरीज संख्या
टीबी मरीज 2016 - 1228
एचआइवी टीबी 2016 - 11
पोर्टल पर अपडेट मरीज - 1
---------
टीबी के लक्षण :
- लगातार 2 हफ्तों से खासी का आना और आगे भी जारी रहना ।
- इस रोग में शाम को बुखार हो जाता है।
- छाती (सीने) में दर्द की शिकायत भी होती है।
- गले में गिल्टी या सुजन होना ।
- व•ान घटने लगता है ।
- सांस फूलने लगती है ।
---------
टीबी के उपचार को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से गंभीर है। लोगों को जागरूक करने के लिए समय- समय पर कैंप लगाए जा रहे हैं। मरीज समय पर दवाई खा रहा है या नहीं। इसके लिए विभाग ने पोर्टल व एप शुरू की है। मरीज को गोली खाने के बाद रेपर पर लिखे नंबर पर मिस्ड कॉल करनी होगी। जिससे पुष्टि हो जाएगी कि मरीज ने दवाई खा ली है। विभाग भी अपडेट रहेगा। एचआइवी टीबी मरीजों का डाटा आनलाइन कर दिया गया है। उम्मीद है कि अक्टूबर माह से सभी मरीजों का डाटा आनलाइन हो जाएगा।
- डॉ.हनुमान
डिप्टी सिविल सर्जन फतेहाबाद
-----