एसवाईएल बचाने को इनेलो हर बलिदान को तैयार : अभय चौटाला
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं इनेलो शीर्ष नेता अभय चौटाला ने कहा कि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं इनेलो शीर्ष नेता अभय चौटाला ने कहा कि एसवाईएल हरियाणा प्रदेश के लिए कोई राजनीतिक मुद्दा न होकर प्रदेश की मुख्य जीवन रेखा है और इसे बचाने के लिए इनेलो का एक-एक कार्यकर्ता हर तरह का त्याग करने को तैयार है।
वे स्थानीय अनाज मंडी स्थित राम सेवा समिति धर्मशाला में 23 फरवरी से शुरू होने वाले एसवाईएल बचाओ आंदोलन के लिए बुलाए गए कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन को सांसद चरणजीत ¨सह रोड़ी, प्रदेश प्रवक्ता स. निशान ¨सह, विधायक बलवान दौलतपुरिया, रविन्द्र बलियाला, राष्ट्रीय सचिव युद्धवीर आर्य, जिला प्रधान बलविन्द्र कैरों, कुलजीत कुलड़िया, मोलूराम रूहलानिया आदि वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की तरफ से गुलाब सिवाच गोरखपुरिया, सरपंच बलबीर जांडवाला बागड़ ने अभय चौटाला को कस्सी भेंट कर एसवाईएल बचाओ आंदोलन में मजबूत भागीदारी करने का विश्वास दिलाया।
अभय चौटाला ने कहा कि इनेलो ने अपने स्तर पर इस आंदोलन में भागीदार बनने के लिए सत्तासीन भाजपा सहित अन्य सभी दलों के शीर्ष नेताओं व सामाजिक संगठनों को निमंत्रण पत्र भेजा है, क्योंकि यह हरियाणा प्रदेशवासियों के जीवन से जुड़ा अहम मुद्दा है। मगर इसे प्रदेश के लिए दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि अन्य दलों ने एसवाईएल को केवल मात्र राजनीतिक मुद्दा बनाकर इस आंदोलन के प्रति कोई रूची नहीं दिखाई है। अभय चौटाला ने कहा कि इनेलो कार्यकर्ताओं की ऐसे में यह अहम जिम्मेवारी बन जाती है कि वे प्रदेशवासियों के लिए एसवाईएल की लड़ाई जीतने में हर तरह के बलिदान को तैयार रहें। उन्होंने कहा कि हरियाणा ही नहीं, पूरे देश में इनेलो कार्यकर्ताओं को सबसे संगठित व जनहितैषी मुद्दों को हल करवाने में अग्रणी रहने के लिए पहचाना जाता है। उन्होंने कहा कि इस बार भी इनेलो कार्यकर्ताओं को अपनी उसी एकजुटता का परिचय देते हुए एसवाईएल की इस निर्णायक लड़ाई में आगे आकर जिम्मेवारी संभालनी होगी। इस अवसर पर हलकाध्यक्ष भरत ¨सह परिहार, बिकर ¨सह हड़ोली, हरि ¨सह मेहरिया, सुरेन्द्र लेगा, सरोज सांगा, विद्या रत्ति, सुमनलता सिवाच, सुशीला सर्राफ, निर्मला नैन, राजेन्द्र बिल्ला, बलदेव कसवां, धर्मपाल कंबोज, सतपाल सिद्धू, राकेश सिहाग, जतिन खिलेरी, गुरप्रित भोला, गुलाब सूंडा, स. राणा जोहल, सतेन्द्र श्योराण, बनवारी लाल देवणा, रमेश लाली आदि उपस्थित थे।