मागों को लेकर इकट्ठी हुई आशा वर्कर
संवाद सूत्र, रतिया : आशा वर्कर यूनियन का पहला खंड स्तरीय सम्मेलन कंबोज धर्मशाला में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में वर्कर यूनियन की कार्यकारिणी और 14 सदस्य कमेटी का भी गठन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता पिंकी भिरडाना ने की जबकि संचालन वीना सहनाल ने किया। सीटू के जिला प्रधान जगतार व जिला सचिव रमेश जाडली ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आशा वर्करों के साथ अन्याय किया जा रहा है। केंद्र व प्रदेश सरकार ने मजदूरों को न्यूनतम वेतन 81 सौ रुपये प्रति माह निर्धारित कर रखा है लेकिन राज्य सरकार आशा वर्करों को निर्धारित वेतन नहीं दे रही और मात्र पाच सौ रुपये प्रति महीना फिक्स किया हुआ है। इससे इनका गुजरा नहीं होता। उन्होंने कहा कि वर्करों को न्यूनतम मजदूरी दी जाये और इन्हे पक्का किया जाए व एनआरएचएम को स्थाई योजना घोषित की जाए। जगतार ने कहा कि आज अस्पतालों में सुविधाओं का टोटा पड़ा हुआ है। इसलिए प्रदेश सरकार अस्पतालों में उचित सुविधाएं उपलब्ध करवाए। इस अवसर पर बैठक में माग की गई कि आशा वर्करों को अतिरिक्त काम न दिया जाए और उनकी मागों को शीघ्र हल किया जाए। बैठक में सीटू के जिलाध्यक्ष जगतार की अगुवाई में कमेटी का गठन किया गया जिसमें पिंकी भिरडाना को प्रधान, वीना सहनाल को सचिव व उषा रानी, सुखविंद्र कौर, काता, बाला, संदीप कौर, जसविंद्र, शालू सहित 14 सदस्य कमेटी का गठन किया गया और बाद में सरकार के नाम ज्ञापन भी भेजा गया।