एक वीएलडीए पर दो से तीन पशुधन केंद्रों का भार
जिले में वीएलडीए (वैटनरी एंड लाइव स्टॉक डवलपमेंट असिस्टेंट) कुल 22 हैं। एक को दो से तीन पशुधन केंद्रों का चार्ज दिया हुआ है। पशुपालकों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जब पशु पालक पशुधन केंद्र पर अपने पशु को इलाज के लिए लेकर जाते हैं, तो वहां पर कोई भी नहीं मिलता। विभागीय अधिकारियों से यदि कोई शिकायत करता है तो एक ही जवाब मिलता है कि सरकार ने ही नियुक्त नहीं किए, तो क्या करें।
सुभाष डागर, फरीदाबाद : जिले में वीएलडीए (वैटनरी एंड लाइव स्टॉक डेवलपमेंट असिस्टेंट) कुल 22 हैं। एक को दो से तीन पशुधन केंद्रों का चार्ज दिया हुआ है। पशुपालकों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जब पशु पालक पशुधन केंद्र पर अपने पशु को इलाज के लिए लेकर जाते हैं, तो वहां पर कोई भी नहीं मिलता है। विभागीय अधिकारियों से यदि कोई शिकायत करता है तो एक ही जवाब मिलता है कि जब सरकार ने ही नियुक्त नहीं किए, तो हम क्या कर सकते हैं।
जिले में करीब 1.50 लाख पशु हैं। यहां पर 76 वीएलडीए के पद सरकार से स्वीकृत हैं। फिलहाल 22 वीएलडीए कार्यरत हैं। विभाग पशुओं को गलघोंटू और मुंह-खुर की बीमारी से बचाने के लिए वर्ष में दो बार टीकाकरण का अभियान चलाती है। ऐसे अभियान को सफल बनाने और तय समय सीमा में पूरा करने के लिए एक अस्पताल के अंतर्गत पशुधन केंद्रों पर कार्य करने वाले सभी वीएलडीए एकत्रित करके ड्यूटी पर लगा दिए जाते हैं। कई बार वीएलडीए अपने काम-काज के लिए जिला या फिर खंड स्तर पर अधिकारियों के पास मिलने के लिए चले आते हैं। कई बार वीएलडीए अपने अतिरिक्त पदभार वाले पशुधन केंद्रों पर चले जाते हैं। ऐसी सूरत में यदि कोई पशु पालक अपने पशु को दिखाने के लिए पशुधन केंद्र ले जाता है और वहां पर वीएलडीए नहीं मिलता है, तो ऐसी स्थिति में पशु को वापस घर लेकर जाना पड़ता है। पशु पालक को फिर दूसरे दिन पशुओं को लेकर जाना पड़ता है। वीएलडीए पशुधन केंद्रों पर नहीं मिलते, क्योंकि उन्हें दूसरे पशुधन केंद्रों पर भी पशुओं को देखना पड़ता है। ऐसे स्थिति में खासी दिक्कत हो रही है।
-महावीर त्यागी, करनेरा अब सरकार वीएलडीए नियुक्त करने के लिए उनके साक्षात्कार ले रही है। 500 वीएलडीए सरकार भर्ती करने की तैयारी में है। इनमें से फरीदाबाद के रिक्त पद भर दिए जाएंगे।
-डॉ. विजेंद्र धवन, उपनिदेशक, जिला पशुपालन विभाग, फरीदाबाद।