राजीव गांधी खेल स्टेडियम में समस्याओं की भरमार
फरीदाबाद जिले के तिगांव के भैंसरावली रोड स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम के मैदान में घास व झाड़ियां उग आई हैं, ट्रैक भी उबड़-खाबड़ हो गया है। स्टेडियम के हॉल में अक्सर कुत्ते आराम फरमाते नजर आते हैं। दरअसल 2012-13 में तिगांव के नाम से सरकार ने एक खेल स्टेडियम के निर्माण को मंजूरी दी थी। ग्राम पंचायत की ओर से स्टेडियम के लिए भैंसरावली गांव के पास शमशान घाट के पीछे साढ़े छह एकड़ जमीन दी गई। यहां स्टेडियम तो बन गया लेकिन रेगुलर कोच प्रैक्टिस कराने नहीं आते। बारिश के समय मैदान के पास पानी जमा हो जाता है। अक्सर चौकीदार भी गायब रहता है। जिससे यहां असामाजिक तत्व भी सक्रिय रहते हैं।
जागरण संवाददाता, तिगांव (बल्लभगढ़): ग्रामीण इलाकों में खेल स्टेडियम का निर्माण तो कर दिया गया है, लेकिन इनमें असुविधाओं की भरमार है। तिगांव के भैंसरावली रोड स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम के मैदान में घास व झाड़ियां उग आई हैं, ट्रैक भी उबड़-खाबड़ हो गया है। स्टेडियम के हॉल में अक्सर कुत्ते आराम फरमाते नजर आते हैं।
दरअसल 2012-13 में तिगांव के नाम से सरकार ने एक खेल स्टेडियम के निर्माण को मंजूरी दी थी। ग्राम पंचायत की ओर से स्टेडियम के लिए भैंसरावली गांव के पास शमशान घाट के पीछे साढ़े छह एकड़ जमीन दी गई। यहां स्टेडियम तो बन गया लेकिन रेगुलर कोच प्रैक्टिस कराने नहीं आते। बारिश के समय मैदान के पास पानी जमा हो जाता है। अक्सर चौकीदार भी गायब रहता है। जिस कारण यहां असामाजिक तत्व भी सक्रिय रहते हैं। देश-विदेश में हरियाणा के पहलवान व अन्य खिलाड़ी झंडे गाड़ रहे हैं। सरकार भी पीछे नहीं है, विदेश से स्वर्ण पदक लाने वालों पर करोड़ों रुपये इनाम के रूप में और सरकारी नौकरी दे रही है लेकिन स्टेडियम में पूरी सुविधाएं होनी चाहिएं।
प्रमोद नागर, पहलवान। अधिकतर खिलाड़ी गांव के राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के मैदान में प्रैक्टिस करते हैं। भैंसरावली रोड स्थित स्टेडियम की हालत ठीक नहीं हैं। इसलिए खिलाड़ी वहां नहीं जाते।
बेगराज नागर, समाजसेवी, तिगांव स्टेडियम में जो कमियां हैं उन्हें दूर कर दिया जाएगा। वहां चौकीदार की नियुक्ति की हुई है। मैं जल्द मौका मुआयना करूंगी।
मैरी मसीह, जिला खेल अधिकारी।