निदेशालय ने मुख्य अध्यापकों की पदोन्नति को किया रद
प्रदेश मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी पत्र ने पदोन्नत हुए मुख्य शिक्षक के सम्मान को ठेस पहुंचाने का कार्य किया है। निदेशालय ने अभी हाल ही में हुई मुख्य अध्यापकों की पदोन्नति को रद कर दिया है और उन्हें एक अध्यापक के तौर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। निदेशालय के फैसले से पदोन्नत अध्यापकों में भारी रोष व्याप्त है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: प्रदेश मौलिक शिक्षा निदेशालय ने अभी हाल ही में हुई मुख्य अध्यापकों की पदोन्नति को रद कर दिया है और उन्हें एक अध्यापक के तौर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। निदेशालय के फैसले से पदोन्नत अध्यापकों में भारी रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि इस फैसले से उनके सम्मान को ठेस पहुंचा है।
जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में मुख्य अध्यापकों के 70 के करीब पद रिक्त पड़े हुए हैं। निदेशालय ने 10 साल बाद मई माह में रिक्त मुख्य अध्यापकों के पदों के भरने के लिए मौलिक शिक्षा विभाग को वरिष्ठता के आधार पर अध्यापकों की सूची तैयार करने के आदेश दिए थे। इसके तहत निवर्तमान मौलिक शिक्षा अधिकारी सुनीता पंवार ने पदोन्नति के लिए 90 अध्यापकों की सूची तैयारी की थी। इनमें से 38 अध्यापकों ने पदोन्नति की सूची से अपना हटवा दिया था। इसके बाद मौलिक शिक्षा विभाग ने 52 अध्यापकों सूची तैयार करके निदेशालय को भेजी थी और 14 सितंबर को इन अध्यापकों को पदोन्नत करके मुख्य अध्यापक बनाया गया था। पदोन्नत अध्यापक को विभिन्न स्कूलों द्वारा सम्मान भी किया गया था। निदेशालय से आदेश से पदोन्नति प्राप्त अध्यापकों के चेहरे से खुशी गायब हो गई है।
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इन अध्यापकों की पदोन्नित साल 2012 सर्विस रूल के हिसाब से पदोन्नत किया जानी है और उसके हिसाब से वैरीफिकेशन चल रही है। यह पदोन्नति पुराने नियमों के आधार पर की गई थी। इसके चलते पदोन्नति के आदेशों को वापस लिया गया है। अभी दोबारा से पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
-शशि अहलावत, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी
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निदेशालय के इस आदेश से पदोन्नत अध्यापकों में निराशा के भाव हैं। पदोन्नति के बाद अध्यापकों का कई जगहों पर सम्मान हुआ था और पदोन्नति रद किए जाने से अध्यापकों का मजाक बन गया है।
-चतर ¨सह, प्रधान, हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन