कला-संस्कृति के मुरीदों को भा रहा है मेला
सूरजकुंड मेले में सेल्फी प्वाइंट पर स्कली बच्चों और युवक-युवतियों की अच्छी खासी तादात दिख रही थी। गुरुग्राम से आई एक युवा टीम के सदस्य रघुवीर अपने साथियों को स्कूली बच्चों के लिए सेल्फी के लिए पहले स्थान देने की सीख दे रहे थे। डां¨सग फेस वाले सेल्फी प्वाइंट पर युवतियों की कतार लगी थी। सूरजकुंड मेले में सेल्फी प्वाइंट पर स्कली बच्चों और युवक-युवतियों की अच्छी खासी तादात दिख रही थी। गुरुग्राम से आई एक युवा टीम के सदस्य रघुवीर अपने साथियों को स्कूली बच्चों के लिए सेल्फी के लिए पहले स्थान देने की सीख दे रहे थे। डां¨सग फेस वाले सेल्फी प्वाइंट पर युवतियों की कतार लगी थी।
सुधांशु त्रिपाठी, फरीदाबाद : सूरजकुंड मेले का पांचवां दिन था। अरावली की पहाडि़यों के बीच मेला परिसर में छोटे-बड़े हरे-भरे पेड़-पौधों की हरितिमा साफ नजर आ रही थी। सुबह की सर्द हवाएं मेले में सैलानियों को गर्म कपड़े पहनने को मजूबर किए हुए थी। हालांकि कुछ विदेशी सैलानी कम कपड़ों में ही अपने साथियों के साथ दिख रहे थे। उनकी बातचीत मेले में आने वाले हम भारतीयों को भले ही समझ में नहीं आ रही थी। मगर उनको लेकर हर देशी सैलानी के मन मतिष्क में एक कौतूहल दिख रहा था। लोग सजग होकर उनको एकटक निहारने और उनके संवाद को समझने की कोशिश रहे थे।
सुबह के दस-साढ़े दस बजते-बजते ठीकठाक धूप निकल आई थी। मुख्य चौपाल के मार्ग पर मेले में विभिन्न देशों और भारतीय राज्यों के आए देशी-विदेशी कलाकारों की टीमें अपनी बहुरंगी पोशाकों में नजर आ रहे थे। इनके साथ मेले में आए लोगों का मनोरंजन करने के लिए बहुरूपिए भी हैं। यहां पर इनके साथ सुरक्षा इंतजाम देख रहे हरियाणा पुलिस के जवान भी पूरी तरह से मुस्तैद थे। मुख्य चौपाल पर दक्षिण अफ्रीकी कलाकारों की टीम के परंपरागत लोकनृत्य और प्रस्तुतियां शुरू हो चुकी है। हस्तशिल्प, लोक कला और संस्कृति के मुरीदों को मेला रास आ रहा है। चौपाल के सामने स्कूली बच्चों, शिक्षकों, शिक्षिकाओं की थोड़ी-बहुत संख्या दिख रही थी। जो संभवत: अपने टीम के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने आए हुए थे। हालांकि मेले में अभी उतनी भीड़ नहीं दिख रही है, मगर आयोजकों को उम्मीद है कि वीकेंड और अंतिम दिनों में यहां आने वाले सैलानियों से मेला गुलजार होगा। रंग-बिरंगी पोशाकों में निकले इजिप्ट देश के कलाकार थोड़ा आगे बढऩे पर हरियाणा राज्य के अपना घर के पास इजिप्ट देश के लोक कलाकारों की टीम अपनी रंग-बिरंगी पोशाक में निकल रही थी। मिस्त्र की लोक कलाकार इहामा बताती हैं कि अगली प्रस्तुति उनकी टीम देने वाली है। मेले में आने और परफार्म करने की खुशी इन सभी कलाकारों के चेहरे की चमक से बयां हो रही थी।
लाजवाब खाने का लुफ्त उठा रहे हैं सैलानी
सूरजकुंड मेला ग्राउंड का फूड कोर्ट वाले हिस्से में सुबह के नाश्ते-खाने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी आ रहे थे। मद्रास कैफे, महाराष्ट्र फूड कोर्ट, पंजाबी तड़का और गोहाना की जलेबा की रंगत देखते ही बनती थी। मद्रास कैफे में कुर्सियां पूरी तरह से भर चुकी थी। कुछ सैलानी खड़े होकर कुर्सियां खाली होने का इंतजार कर रहे थे। सेल्फी प्वाइंट पर युवा साथियों को सीख
सूरजकुंड मेले में सेल्फी प्वाइंट पर स्कली बच्चों और युवक-युवतियों की अच्छी खासी तादात दिख रही थी। गुरुग्राम से आई एक युवा टीम के सदस्य रघुवीर अपने साथियों को स्कूली बच्चों के लिए सेल्फी के लिए पहले स्थान देने की सीख दे रहे थे। डां¨सग फेस वाले सेल्फी प्वाइंट पर युवतियों की कतार लगी थी।