सचिन राजपूत और प्रतीक अत्री बने लेफ्टिनेंट
गांव अजरौंदा निवासी सचिन ¨सह राजपूत के लेफ्टिनेंट बनने के बाद गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्वागत किया। इस मौके पर राष्ट्रीय महिला कांग्रेस महासचिव व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर, कांग्रेस नेता डॉ.हरेंद्र पाल ¨सह, लखन ¨सगला, राजबीर ¨सह, विनय भाटी ने सचिन का स्वागत किया। सचिन ¨सह राजपूत के पिता रामबीर ¨सह एक कंपनी में नौकरी करते है।
जासं, फरीदाबाद: गांव अजरौंदा निवासी सचिन ¨सह राजपूत के लेफ्टिनेंट बनने के बाद गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्वागत किया। इस मौके पर राष्ट्रीय महिला कांग्रेस महासचिव व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर, कांग्रेस नेता डॉ.हरेंद्र पाल ¨सह, लखन ¨सगला, राजबीर ¨सह, विनय भाटी ने सचिन का स्वागत किया। सचिन ¨सह राजपूत के पिता रामबीर ¨सह एक कंपनी में नौकरी करते है। माता ममतेश गृहणी हैं और छोटा भाई सौरभ 12वी कक्षा में पढ़ता है। सचिन ने बताया कि उनकी बचपन से ही सेना में अधिकारी बनने की इच्छा थी। विद्या मंदिर स्कूल से 12वीं कक्षा पास करने के बाद दिल्ली विवश्वविद्यालय में बीएससी में दाखिला ले लिया। इसके बाद लगातार को¨चग लेता रहा। बीएससी करने के बाद सीधा लेफ्टिनेंट के लिए परीक्षा दी और पास हो गया। जुलाई 2017 में देहरादून में ट्रे¨नग शुरू कर दी। 8 दिसंबर 2018 का लेफ्टिनेंट के लिए पास आउट हुए। पास आउट होने के बाद गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। प्रतीक अत्री का किया स्वागत
जासं, मोहना(बल्लभगढ़): पिता व भाई से प्रेरित होकर गांव मोहना निवासी प्रतीक अत्री भी सैन्य अधिकारी बन गए हैं। ट्रे¨नग के बाद देहरादून से 8 दिसंबर को पास आउट होने पर लेफ्टिनेंट बने प्रतीक अत्री के पिता सरजीत वायु सेना में अधिकारी हैं और बड़ा भाई अनुभव अत्री जल सेना में कैप्टन हैं। माता गीता गृहणी है। प्रतीक ने बताया कि दसवीं कक्षा पास करने के बाद से ही उनका उद्देश्य सेना में अधिकारी बनना था। यह प्रेरणा पिता व भाई से मिली। गांव पहुंचने पर दादी फूलवती ने उसका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।