गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर छात्राएं कर रही अभ्यास
गणतंत्र दिवस को लेकर जिला स्तरीय एवं उपमंडल पर होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों में तेजी आ गई है। बड़खल उपमंडल की गणतंत्र दिवस की तैयारियां एनआइटी तीन स्थित दशहरा ग्राउंड और जिला स्तरीय कार्यक्रम की तैयारियां सेक्टर-12 हुडा मैदान पर चल रही हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : गणतंत्र दिवस को अब चार दिन शेष रह गए हैं। इसके चलते जिला स्तरीय एवं उपमंडल पर होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों में तेजी आ गई है। बड़खल उपमंडल की गणतंत्र दिवस की तैयारियां एनआइटी तीन स्थित दशहरा ग्राउंड और जिला स्तरीय कार्यक्रम की तैयारियां सेक्टर-12 हुडा मैदान पर चल रही हैं। निजी विद्यालयों के प्री बोर्ड एवं फरवरी में बोर्ड परीक्षाएं होने के चलते कार्यक्रम में सम्मलित होने से पीछे हट गए हैं।
उल्लेखनीय है कि जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में हरियाणा के कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल बतौर मुख्य अतिथि ध्वजारोहण करेंगे और परेड की सलामी लेंगे। गणतंत्र दिवस को धूमधाम से मनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिला स्तरीय समारोह के लिए चयन समिति की ओर से शहर के छह स्कूलों की टीम का चयन किया गया है। ये टीमें देश भक्ति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर समां बांधेंगी। इनका किया गया है चयन
शिरडी साईं बाबा स्कूल की टीम देश भक्ति एक्शन गीत, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एनआइटी तीन की टीम हरियाणवी लोकनृत्य में सामूहिक प्रस्तुती देंगी। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ओल्ड फरीदाबाद, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एनआइटी पांच, सेंट कोलंबस स्कूल सेक्टर-16ए राजस्थानी लोक नृत्य प्रस्तुती देंगे। इसके अलावा पीटी शो, डंबल, स्काउट्स गाइड्स, प्रजातंत्र के प्रहरी और एनसीसी के विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। बता दें कि गणतंत्र दिवस पर स्कूलों के दो हजार से अधिक बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम व पीटी करेंगे। कार्यक्रम का फाइनल रिहर्सल 24 जनवरी को होगी। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी सतिद कौर, पतंजलि योग समिति के राज्य संगठन मंत्री जयपाल शास्त्री, जिला प्रभारी अंकुर सिंह, महिला जिला प्रभारी प्रेमलता सहित कई मौजूद रहे। बच्चे होते रहे परेशान
छात्र मूल्यांकन परीक्षा के चलते बुधवार को दोपहर में एक बजे से रिहर्सल का समय तय किया गया था, लेकिन कोई भी अधिकारी दो बजे से पहले नहीं पहुंचा था और बच्चे निर्धारित समय से पहले पहुंच गए थे। इसके चलते बच्चों को एक घंटे तक बैठे रहना पड़ा।