विवाद का हुआ पटाक्षेप, आज एनआइटी में मनेगा दशहरा
सब हेड : प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में होगा पर्व का आयोजन -अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में निकला हल -दशहरा मैदान में खड़े होने शुरू हुए रावण, मेघनाद के पुतले
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : पिछले कई दिनों से चला आ रहा एनआइटी का दशहरा विवाद का पटाक्षेप बृहस्पतिवार को दोपहर बाद हो गया। दिन में अतिरिक्त उपायुक्त जितेंद्र दहिया की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों, फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों व पूर्व विधायक चंद्र भाटिया की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि प्रशासन द्वारा गठित कमेटी की देखरेख में ही शुक्रवार को दशहरा पर्व का आयोजन किया जाएगा। बैठक में एसडीएम अजय चोपड़ा, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त संदीप अग्रवाल, संगठन की चेयरपर्सन डॉ.राधा नरूला, प्रधान जोगेंद्र चावला और पुलिस अधिकारी शामिल थे।
विवाद संगठन और सिद्धपीठ हनुमान मंदिर के बीच था। दोनों ही पक्षों ने अनुमति के लिए जिला प्रशासन के पास आवेदन किया था, पर अंत तक अनुमति किसी को नहीं मिली। इन कारणों से दशहरा से दो दिन पूर्व होने वाला लंका दहन कार्यक्रम भी बुधवार को नहीं हो सका था। सिद्धपीठ हनुमान मंदिर द्वारा निकाली जा रही शोभा यात्रा को पुलिस ने अनुमति न होने का कारण बताते हुए रोक दिया था। इससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। पुलिस ने इस बाबत आठ नामजद सहित कुछ अन्यों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है।
खैर अगले दिन यानी बृहस्पतिवार को राहत भरी खबर आई, दिन में बैठक के बाद यह तय हुआ कि प्रशासन द्वारा पूर्व में नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त की अध्यक्षता में गठित कमेटी ही पर्व को मनाएगी। प्रशासन ने संगठन और सिद्धपीठ दोनों को अपने-अपने द्वारा तैयार रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले लाने की अनुमति दे दी। निर्णय होने के बाद एसडीएम अजय चोपड़ा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस के साथ दशहरा मैदान पहुंचे और साफ-सफाई के निर्देश दिए। इसके बाद संगठन ने अपने द्वारा रखवाए गए पुतले रखवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। महंत का अनशन तुड़वाया
एसडीएम चोपड़ा बाद में सिद्धपीठ हनुमान मंदिर पहुंचे और पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे महंत स्वरूप बिहारी शर्मा को जूस पिलवा कर अनशन तुड़वाया। इससे पहले पूर्व विधायक चंदर भाटिया, जनता रामलीला कमेटी के प्रधान मानक चंद भाटिया ने बुधवार को लंका दहन शोभा यात्रा के दौरान पुलिस कार्रवाई की ¨नदा की और इस दौरान हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ने की मांग की। इस दौरान चंदर भाटिया ने पर्व के दौरान किसी व्यक्ति विशेष को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाने की बजाय किसी स्वतंत्रता सेनानी या शहीद के पुत्र अथवा किसी बुजुर्ग आदि से रावण के पुतले दहन का सुझाव भी रखा। नहीं निकलेगी शोभायात्रा
दशहरा पर्व पर सिद्धपीठ हनुमान मंदिर प्रांगण से शोभायात्रा भी निकलती है, जो दशहरा मैदान में पहुंचती है और फिर राम-लक्ष्मण के स्वरूपों द्वारा रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों पर बाणों की बौछार होती है और फिर दहन किया जाता है, पर इस बार शोभा यात्रा के बिना ही आयोजन होगा। कमेटी में यह लोग हैं शामिल
कमेटी में अतिरिक्त आयुक्त धीरेंद्र खड़कटा, एसडीएम अजय चोपड़ा, संयुक्त आयुक्त संदीप अग्रवाल, बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता जितेंद्र ढुल, पार्षद जसवंत ¨सह व मनोज नासवा, संगठन की चेयरपर्सन डॉ.राधा नरूला, प्रधान जोगेंद्र चावला, समाजसेवी मोहन ¨सह भाटिया, मोहन लाल अरोड़ा, आनंदकांत भाटिया, अतुल त्रिखा, पंडित सुरेंद्र शर्मा, कंवल खत्री, विनोद मलिक, विशंभर भाटिया, पंडित जयपाल शर्मा, रामकुमार तिवारी शामिल हैं। बैठक में यह भी तय हुआ कि सिद्धपीठ हनुमान मंदिर की ओर से दो से तीन नाम दिए जा सकते हैं, जिस पर चंदर भाटिया ने कहा कि वो स्वयं इसमें शामिल होंगे। विवाद का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान हो गया है। संगठन के अलावा सिद्धपीठ हनुमान मंदिर द्वारा बनाए गए पुतलों को भी दशहरा मैदान में लाने की अनुमति दी गई है। दशहरा पर्व को नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त की अध्यक्षता में बनी कमेटी द्वारा मनाया जाएगा। किसी को भी अशांति फैलाने की छूट नहीं दी जाएगी। सभी से यह अनुरोध है कि पर्व के दौरान शांति बनाए रखें।
-अजय चोपड़ा, एसडीएम बड़खल दशहरा खुशियों भरा पर्व है और हम सब शहर में शांति ही चाहते हैं। बैठक में पूर्व विधायक चंदर भाटिया का भी पूरा सहयोग मिला। सभी शहरवासियों से अपील है कि इस पर्व में शामिल हों।
-डॉ.राधा नरूला, चेयरपर्सन, फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन।