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जाम, प्रदूषण व अतिक्रमण से चितित केंद्रीय मंत्री पहुंचे जिला मुख्यालय

नीलम पुल के नीचे 22 अक्टूबर को आग लगने के बाद औद्योगिक नगरी मे कई समस्याए ंपैदा हो गई हैं।ं

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 09:11 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 05:11 AM (IST)
जाम, प्रदूषण व अतिक्रमण से चितित 
केंद्रीय मंत्री पहुंचे जिला मुख्यालय
जाम, प्रदूषण व अतिक्रमण से चितित केंद्रीय मंत्री पहुंचे जिला मुख्यालय

सुशील भाटिया, फरीदाबाद : नीलम पुल के नीचे 22 अक्टूबर को आग लगने के बाद औद्योगिक नगरी में एक साथ कई तरह की समस्याएं सामने आ गई हैं। इनमें अतिक्रमण, जाम और प्रदूषण प्रमुख हैं। यह समस्याएं पहले भी थी, पर प्रशासनिक अधिकारियों को शायद नजर नहीं आ रही थी या फिर इनके प्रति कार्रवाई करने में उनकी रुचि नहीं थी। अब जब आग के बाद नीलम पुल पांच दिन से बंद पड़ा है और इस कारण पूरा शहर जाम पड़ा है, तो सच्चाई खुल कर सामने आ गई है। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर भी इन समस्याओं से जूझ रही जिले की जनता की तकलीफों को देखते हुए सोमवार को स्वयं जिला मुख्यालय सेक्टर-12 पहुंच गए। केंद्रीय मंत्री ने जिला उपायुक्त यशपाल यादव, निगमायुक्त डा.यश गर्ग, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के प्रशासक प्रदीप दहिया व पुलिस उपायुक्त मुकेश मल्होत्रा संग बैठक कर इन समस्याओं के समाधान पर विस्तृत चर्चा कर त्वरित रूप से कार्रवाई के निर्देश दिए।

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पुल के नीचे अतिक्रमण से ज्यादा नाराज दिखाई दिए मंत्री

केंद्रीय राज्य मंत्री नीलम पुल, बड़खल, बाटा और बल्लभगढ़ के सोहना पुल के नीचे अतिक्रमण से ज्यादा नाराज दिखाई दिए। 22 अक्टूबर को जब नीलम पुल के नीचे अतिक्रमण कर बनाए गए कबाड़ के गोदाम में आग लगी थी, तब दैनिक जागरण ने इस बाबत अलग से प्रशासन का ध्यान दिलाया था कि आखिर क्यों अधिकारी इन पुलों को नीचे अतिक्रमण पर कार्रवाई के नाम पर उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। अब केंद्रीय राज्य मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अतिक्रमण करने वाले भविष्य में भी शहर की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं। इसलिए इन पर त्वरित रूप से कार्रवाई हो। केंद्रीय राज्य मंत्री ने रुके हुए विकास कार्य शुरू करवाने, प्रदूषण से निपटने के लिए मिट्टी पर छिड़काव कराने के लिए, अतिक्रमण हटाने और जाम का समाधान करने बाबत बातचीत की। पुल के नीचे आग लगने से निश्चित रूप से स्ट्रक्चर को नुकसान हुआ है। अब सभी पुलों के नीचे अतिक्रमण हटाए जाएंगे। पुल के नीचे जिन लोगों ने कब्जे किए हैं, चाहे वो कितने ही प्रभावशाली लोग क्यों न हों, वो हटाए जाएंगे और साथ लगती सड़क को मुक्त किया जाएगा। सड़कों से मशीनों जरिए मिट्टी हटवाई जाएगी।

-यशपाल यादव, जिला उपायुक्त पुल के नीचे अतिक्रमण वाकई गंभीर समस्या है। यह तो अधिकारियों की ड्यूटी बनती है कि पुल के नीचे तो किसी भी कीमत पर अतिक्रमण न हो। यह कार्रवाई पहले ही हो जानी चाहिए थी। अब नीलम पुल के नीचे आग से सबक मिला है। यह शुक्र है कि जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। अब सख्त कार्रवाई होगी।

-कृष्ण्पाल गुर्जर, केंद्रीय राज्य मंत्री


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