प्रदूषण विभाग का फर्जी अधिकारी बनकर उद्यमी से वसूली करने वाला गिरफ्तार
प्रदूषण विभाग का फर्जी अधिकारी बनकर एक उद्योग को सील करने की धमकी दी।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : प्रदूषण विभाग का फर्जी अधिकारी बनकर एक उद्योग को सील करने की धमकी दी। इसकी एवज में पांच हजार रुपये वसूलने वाले एक युवक को पकड़ लिया। मुजेसर थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सरूरपुर औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग चलाने वाले तेजेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 9 दिसंबर की आधी रात के बाद सवा 12 बजे दो युवक उद्योग के अंदर घुस गए और वीडियो बनाने लगे। पूछा तो बताया कि वह प्रदूषण विभाग से हैं। उन्होंने 10 हजार रुपये की मांग की। न देने पर उद्योग सील करने की धमकी दी। बार-बार दबाव बनाने पर दोनों युवकों को पांच हजार रुपये दे दिए। बाकी पांच हजार रुपये अगले दिन देने को कहा। अगले दिन जब वे पांच हजार रुपये लेने आए तो शक होने पर उसने युवकों से नाम पूछा। एक युवक ने अपना नाम राजकुमार बताया। उसने चुपके से इसकी सूचना पुलिस को दी और राजकुमार नामक युवक को बातों में उलझाए रखा। पुलिस ने आकर राजकुमार को पकड़ लिया। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है कि उसने इससे पहले कितने उद्यमियों से इस तरह से पैसे ऐंठे हैं। पुलिस दूसरे युवक की भी तलाश कर रही है।
आयोग की टीम करती हैं जांच
वायु प्रदूषण के चलते 12 दिसंबर तक उद्योग चलाने पर पाबंदी लगाई हुई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमें दिन-रात जांच करती हैं कि पाबंदी का पालन हो रहा है या नहीं। उद्योग के अंदर जाकर देखा जाता है कि वह बंद हैं या चोरी-छिपे चलाए जा रहे हैं। जनरेटर चलाने को लेकर भी आयोग की टीम सख्त है। इसी का फायदा बदमाश युवक उठाना चाहते थे। बता दें जिले में कई उद्योग चोरी-छिपे चलने की सूचना आती रहती है।