अधूरे पड़े विकास कार्यों से बढ़ रहा प्रदूषण
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तहत कराए जा रहे विकास कार्य ठप पड़े हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तहत कराए जा रहे कई विकास कार्य बजट न होने की वजह से कई महीने से बंद हैं। ऐसे बहुत से विकास कार्य हैं जिनकी वजह से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। बता दें प्राधिकरण के मुख्यालय से ईडीसी (बाह्य विकास शुल्क) का पैसा न मिलने की वजह से ठेकेदारों को भुगतान नहीं हो सका है। इस वजह से ठेकेदारों ने भी काम बंद कर दिया है।
सबसे अधिक काम ग्रेटर फरीदाबाद में प्रभावित हो रहे हैं। इनमे बल्लभगढ़-तिगांव रोड से जोड़ने के लिए सेक्टर-72-73 और सेक्टर-88-89 की डिवाइडिग रोड का निर्माण, ग्रेटर फरीदाबाद में चौराहों का सुंदरीकरण, सीवर लाइन व बरसाती निकासी की ड्रेन, सेक्टर-76 में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का काम बंद पड़ा है। बादशाहपुर में शुरू होने वाले नए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का काम शुरू नहीं हो सका है। नहीं हो रहा पानी का छिड़काव
15 अक्टूबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू हो गया है, लेकिन इसका हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के ठेकेदार पालन नहीं कर रहे हैं। जो विकास कार्य अधूरे पड़े हैं, अब वहां रोजाना धूल उड़ रही है। एक भी दिन पानी का छिड़काव नहीं किया गया है। जिसकी वजह से वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। राजमार्ग की कच्ची सर्विस रोड
राष्ट्रीय राजमार्ग पर बदरपुर बॉर्डर से सीकरी तक राजमार्ग किनारे काफी जगह सर्विस रोड अभी भी कच्ची है। इस वजह से रोज धूल उड़ती है। राजमार्ग से रोजाना हजारों वाहन इधर से उधर जाते हैं लेकिन अभी तक पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। बता दें औद्योगिक नगरी में फिलहाल प्रदूषण के स्तर की पीएम 2.5 की मात्रा इस समय 300 के करीब पहुंच रही है। दीपावली आते-आते यह मात्रा 500 को पार करने की आशंका है। ऐसी स्थिति में स्वस्थ नागरिकों को भी दिक्कत होने लगती है। बजट न आने की वजह से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तहत चल रहे विकास कार्य फिलहाल बंद पड़े हैं। इन सभी पर पानी का छिड़काव करने के लिए ठेकेदारों को कहा जाएगा।
-राजीव शर्मा, कार्यकारी अभियंता, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण।