टूटी चप्पल से पुलिस पहुंची आरोपितों तक
फरीदाबाद युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में शुरू के कुछ घंटे अंधेरे में तीर चलाने के अलावा पुलिस के पास कोई चारा नहीं था, मगर मौके की गहनता से छानबीन करने पर अहम सुराग हाथ लगे, जिनसे कड़ियां जुड़ती चली गईं। पुलिस को मौके से टूटी हुई चप्पल मिली। युवती ने बताया कि दुष्कर्म के दौरान एक आरोपित की चप्पल टूट गई थी, ऐसे में वह युवती की चप्पलें पहनकर चला गया था। अपनी चप्पलें उसने वहीं छोड़ दीं। चप्पलों के डिजाइन से पुलिस को अंदाजा लग गया कि आरोपित आस-पास के किसी गांव का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस की टीमों ने चप्पल लेकर आस-पास के गांवों में पूछताछ शुरू की और आरोपितों तक पहुंची।
हरेंद्र नागर, फरीदाबाद : युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में शुरू के कुछ घंटे अंधेरे में तीर चलाने के अलावा पुलिस के पास कोई चारा नहीं था, मगर मौके की गहनता से छानबीन करने पर अहम सुराग हाथ लगे, जिनसे कड़ियां जुड़ती चली गईं। पुलिस को मौके से टूटी हुई चप्पल मिली। युवती ने बताया कि दुष्कर्म के दौरान एक आरोपित की चप्पल टूट गई थी, ऐसे में वह युवती के दोस्त की चप्पल पहनकर चला गया था। अपनी चप्पल उसने वहीं छोड़ दीं। चप्पल के डिजाइन से पुलिस को अंदाजा लग गया कि आरोपित आस-पास के किसी गांव का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस की टीमों ने चप्पल लेकर आस-पास के गांवों में पूछताछ शुरू की और आरोपितों तक पहुंची। युवती ने पुलिस को बताया था एक आरोपित ने कान में बाली पहनी थी, मामले को सुलझाने में पुलिस के लिए यह भी एक अहम तथ्य साबित हुआ। इसके अलावा मौके से मिलीं जली हुई बीड़ियां, युवकों की बोली से भी पुलिस ने सुराग की तरह इस्तेमाल किया। पुलिस की तकनीकी टीम ने भी आरोपितों तक पहुंचने में कई अहम तथ्य दिए। सजा दिलाने के लिए पुलिस के पास सबूतों का जखीरा
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस मामले में आरोपितों को सजा दिलाने के लिए पुलिस के पास सबूतों का जखीरा है। पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने मौके से युवती का हेयरक्लिप, हेयर बैंड व अंगवस्त्र बरामद किए हैं। मौके से मिली एक आरोपित की चप्पलें व जली हुई बीड़ियां भी अहम सबूत साबित होंगी। यह सभी सामान फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। सामूहिक दुष्कर्म के मामलों में मेडिकल रिपोर्ट से डॉक्टर यह साफ नहीं बता पाते कि वारदात में कितने लोग शामिल थे। ऐसे में पुलिस ने युवती का बायलॉजिकल टेस्ट कराकर सैंपल सुरक्षित रखा है। इसे आरोपितों का डीएनए टेस्ट कराकर मिलान कराया जाएगा। मिलान होने पर यह भी अदालत में अहम सबूत साबित होगा। इसके अलावा शिनाख्त परेड भी आरोपितों को सजा दिलाने में सहायक होगी। युवती के दोस्त को दी क्लीनचिट
वारदात के बाद युवती के परिजन उसके दोस्त से खफा थे कि वह उसे सुनसान जगह क्यों लेकर गया। ऐसे में उन्होंने एफआइआर में उसकी भूमिका पर संदेह जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे क्लीनचिट दे दी है। आरोपितों ने उसके साथ भी मारपीट की थी। अब युवती का दोस्त पुलिस के लिए मौके का अहम गवाह होगा। उसकी गवाही आरोपितों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होगी।