सरकार ने दी राहत, पर पंप संचालकों ने मचाई लूट
केंद्र सरकार के पेट्रोल व डीजल पर रेट घटाने के आदेश के बावजूद जिले के कई पंपों पर शुक्रवार आधे दिन तक पुराने रेट से ही पैसे वसूलकर जमकर लूट मचाई। ऐसी कई रसीद दैनिक जागरण के पास हैं जिनमें स्पष्ट रूप से अधिक वसूली दर्शाई हुई है। दैनिक जागरण की ओर से जब खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक केके गोयल को सूचना दी गई तो वह हरकत में आए और तुरंत छापेमारी करने की बात कही।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : आम आदमी को राहत देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर के दाम ढाई रुपये तक घटाने और साथ ही राज्य सरकारों से भी इतनी ही कमी करने के आदेश बृहस्पतिवार को जारी किए थे। बावजूद जिले के कई पंपों ने शुक्रवार आधे दिन तक पुरानी दरों पर ही पेट्रोल-डीजल बेच कर जमकर लूट मचाई। पांच अक्टूबर-2018 के दिन की ऐसी कुछ रसीद दैनिक जागरण के पास हैं, जिनमें स्पष्ट रूप से पुरानी दरों के अनुरूप ही वसूली का उल्लेख है। इस बाबत जब जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक केके गोयल को सूचना दी गई तो उन्होंने जांच कराने की बात कही।
सरकार के आदेशों के बाद शुक्रवार पांच अक्टूबर को पेट्रोल के दाम ¨हदुस्तान पेट्रोलियम के पंप पर 80.50 रुपये और डीजल के दाम 72.14 हो गए थे, जबकि इससे पहले पेट्रोल के 84.89 और डीजल के 76.76 रुपये प्रति लीटर थे। इंडियन ऑयल के पंप पर पेट्रोल के दाम 80.45 और डीजल के दाम 72.09 थे। जबकि भारत पेट्रोलियम के पंपों पर पेट्रोल के दाम 80.53 और डीजल के 72.17 थे। मैंने सेक्टर-17 बाइपास रोड स्थित पंप से शुक्रवार को 9.45 बजे 500 रुपये का पेट्रोल गाड़ी में डलवाया था। मुझसे 83.13 रुपये के हिसाब से दाम वसूले गए। जिला प्रशासन इसकी जांच करे और कार्रवाई करे। मेरे पास इसकी रसीद भी है।
-कपिल चौहान, सेक्टर-85 आइओसी कंपनी की ओर से रात को ही रेट अपडेट कर दिए थे, लेकिन एचपीसी और बीपीसी की ओर से रेट अपडेट की सूचना नहीं आ पाई थी। इसलिए शुक्रवार सुबह करीब 8.30 बजे रेट अपडेट हो सके थे। इसके अलावा परिवर्तित दाम ऑटोमेटिक सुबह छह बजे के बाद ही लागू होते हैं। अगर दिन में देर तक किसी ने अधिक रेट लिए हैं तो गलत है।
-मनमोहन गुप्ता, महासचिव, हरियाणा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन। जब केंद्र सरकार ने रेट कम कर दिए हैं तो पंप संचालकों को भी आदेश मानना चाहिए क्योंकि जब रेट बढ़ाए जाते हैं तो लोग भी इन्हें स्वीकार करते हैं। ऐसे पंप संचालकों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
-प्रदीप बंसल, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत। मेरे पास अधिक वसूली की सूचना नहीं है। यदि किसी पंप पर ऐसा हुआ है तो वह तुरंत वहां जाकर जांच करेंगे। मुझे रसीद मिल गई है। उचित कार्रवाई की जाएगी।
-केके गोयल, खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक।