चार दिन बाद भी जानलेवा हमला करने वाले फरार
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : 3 नवंबर की रात में सेक्टर-21बी स्थित गेस्ट हाउस में हुए एसजीएम नगर निवासी युवक दिनेश पंडित पर जानलेवा हमले के मामले को पुलिस हल्के में ले रही है। 11 नवंबर को मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने अभी आरोपितों की धरपकड़ नहीं हुई है। इधर एशियन अस्पताल में भर्ती दिनेश पंडित की हालत फिर से खराब हो गई है। उसे वापस वेंटिलेटर पर रखा गया है। परिजन चाहते हैं कि मामला क्राइम ब्रांच में भेज दिया जाए, ताकि आरोपितों की गिरफ्तारी जल्द हो सके। लेकिन अस्पताल में भर्ती बेटे की देखभाल के चलते वे डीसीपी एनआइटी से मिलने का समय नहीं निकाल पा रहे। हमलावर खुले घूम रहे हैं, इससे दिनेश के परिजनों को आशंका है कि वे मामले को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : तीन नवंबर की रात में सेक्टर-21बी स्थित गेस्ट हाउस में हुए एसजीएम नगर निवासी युवक दिनेश पंडित पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस गंभीरता नहीं दिखा रही है, 11 नवंबर को मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस अभी तक आरोपितों की धरपकड़ नहीं कर पाई है। इधर, एशियन अस्पताल में भर्ती दिनेश पंडित की हालत फिर से खराब हो गई है। उसे वापस वेंटिलेटर पर रखा गया है। परिजन चाहते हैं कि मामला क्राइम ब्रांच में भेज दिया जाए, ताकि आरोपितों की गिरफ्तारी जल्द हो सके। लेकिन अस्पताल में भर्ती बेटे की देखभाल के चलते परिजन डीसीपी एनआइटी से मिलने का समय नहीं निकाल पा रहे। हमलावर खुले घूम रहे हैं, इससे दिनेश के परिजनों को आशंका है कि वे मामले को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे।
बता दें कि घायल दिनेश को 11 नवंबर को होश आया था। तब उसकी शिकायत पर पुलिस ने गांव मच्छगर निवासी आदित्य उर्फ कात्या के दो भाईयों सहित नौ लोगों को मारपीट व हत्या के प्रयास की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया। दिनेश ने कात्या पर भी रंगदारी मांगने का आरोप लगाया। दिनेश के अनुसार उसका पुरानी कारों की खरीद-फरोख्त का काम है। कात्या काफी समय से उससे रंगदारी मांग रहा था, मगर उसने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। तीन नवंबर की रात 10.30 बजे वह सेक्टर-21बी स्थित गेस्ट हाउस में पुरानी कार की खरीदारी के सिलसिले में गया था। जैसे ही वह गेस्ट हाउस के प्रथम तल पर पहुंचा तो वहां चार गाड़ियों में 20-25 युवक सवार होकर पहुंच गए। उनके हाथों में पिस्टल, हथौड़े, लोहे की रॉड और लाठियां थीं। सभी ने दिनेश पर हमला कर दिया। हथौड़ों व रॉड से पीट-पीटकर उसके दोनों पैर व हाथ तोड़ डाले। आरोप है कि पीटने के बाद हमलावरों ने उसके मरने का इंतजार किया। उसे मरा समझकर वे मौके से चले गए। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीमें प्रयास कर रही हैं। क्राइम ब्रांच एनआइटी भी जुटी है। फिर भी अगर परिजन मामले को क्राइम ब्रांच से जांच कराना चाहते हैं तो वे मुझसे मिल सकते हैं, उनकी मांग पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
-विक्रम कपूर, डीसीपी एनआइटी।