राजमार्ग के सुंदरीकरण के दावों की खुल रही पोल
राष्ट्रीय राजमार्ग के सुंदरीकरण करने का दावा करने वाले अधिकारी शायद कभी निरीक्षण नहीं करते। यदि ऐसा होता तो मौजूदा खामियां उन्हें जरूर दिखाई देती।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : राष्ट्रीय राजमार्ग के सुंदरीकरण करने का दावा करने वाले अधिकारी शायद कभी निरीक्षण नहीं करते। यदि ऐसा होता तो मौजूदा खामियां उन्हें जरूर दिखाई देती। रोज हजारों लोग राजमार्ग से सफर करते हैं। इसमे अन्य राज्यों व जिलों के लोग भी शामिल होते हैं। राजमार्ग पर कई जगह खामी खतरा भी बनी है तो कई जगह कचरा जमा होने से सुंदरता को बट्टा लग रहा है। अहम बात यह भी है कि अब बारिश कभी भी हो सकती है। लेकिन इसके बावजूद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से इंतजाम नहीं किए गए हैं। इस लापरवाही की वजह से हजारों वाहन चालकों को जलभराव के रूप में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। कचरे से अटा राजमार्ग
यूं तो राष्ट्रीय राजमार्ग की सर्विस रोड की भी हालत खराब है। दोनों ओर जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। दिनभर धूल अलग से उड़ती है, लेकिन यदि यही हाल राजमार्ग के बीचो-बीच का हो तो बात अहम हो जाती है। मैगपाई पर्यटन निगम के सामने राजमार्ग के बीचों-बीच पालिथीन व अन्य कचरे का ढेर लगा हुआ है। ढेर की वजह से बरसाती निकासी के लिए बनाई गई ड्रेन का मुहाना पूरी तरह से ढका हुआ है। गड्ढा से बढ़ा खतरा
गुडईयर चौक के पास राजमार्ग के बीचो-बीच बड़ा गड्ढा है। यहां से राजमार्ग की बरसाती निकासी की ड्रेन है। लेकिन इसे ढकने की बजाए खुला छोड़ा हुआ है। आसपास बड़े-बड़े पत्थर तो लगा दिए हैं, लेकिन अंधेरे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए इस गड्ढे को ढकना जरूरी है। कई जगह राजमार्ग के बीचों-बीच सड़क नहीं बनाईं गई है। राजमार्ग का सुंदरीकरण का काम चल रहा है। इन सभी खामियों को जल्द दूर कर देंगे। इस बाबत कर्मचारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
- धीरज सिंह, परियोजना प्रबंधक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण