Faridabad News: सिरोही झील में डूबने से युवक की मौत, 11 मई को भी डूब गए थे दो दोस्त
चार दिन बाद फिर सिरोही झील में डूबकर एक नवयुवक की मौत हो गई। उसके साथियों ने उसे बाहर निकाला और अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके शव का बादशाह खान नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। 11 मई को दिल्ली के संगम विहार में रहने वाले दो युवकों की झील में डूबकर मौत हो गई थी।
प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद। चार दिन बाद फिर सिरोही झील में डूबकर एक नवयुवक की मौत हो गई। उसके साथियों ने उसे बाहर निकाला और अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके शव का बादशाह खान नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया।
बता दें 11 मई को दिल्ली के संगम विहार में रहने वाले दो युवकों की झील में डूबकर मौत हो गई थी। तीसरे को बचा लिया गया था। झील में नहाने के दौरान हो रहे हादसों को लेकर प्रशासन सतर्कता नहीं बरत रहा है। मौके पर कोई सावधानी वाले बोर्ड भी नहीं लगाए गए हैं। इससे पहले भी अरावली पहाड़ी के अंदर झीलों में कई लोगों की जान जा चुकी है। अधिकतर किशोर व नवयुवक हैं।
कक्षा 10वीं में पढ़ता था सैफ
बल्लभगढ़ की अज्जी कॉलोनी में रहने वाला सैफ खान कक्षा 10वीं में पढ़ता था। स्कूल से आने के बाद वह बिना खाना खाए घर से बाहर जाने लगा। उसके स्वजन ने उसे टोका, लेकिन उसने कहा कि उसका बाहर कोई इंतजार कर रहा है। तीन बार टोकने के बाद भी सैफ नहीं रुका। बाहर उसके पड़ोस में रहने वाले तौफिक, अरबाज, नासिर व अरमान इंतजार कर रहे थे।चारों सीधे सिरोही झील में जा पहुंचे। वहां किनारे पर मोबाइल, पर्स रखने के बाद झील में नहाने उतर गए। काफी देर तक नहाने के बाद सैफ को छोड़ बाकी चारों किनारे पर आ गए और कपड़े पहनने लगे। तभी ध्यान आया कि सैफ कहां है।इसके बाद चारों फिर से झील में उतरे। वहां देखा तो एक पत्थर से सटकर सैफ अचेत पड़ा था। चारों उसे बाहर निकालकर लाए और अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्वजन ने बताया कि प्रशासन को कुछ ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे यहां आने वाले युवा सावधान हो जाएं और झील में न उतरें।
11 मई को डूब गए थे दो दोस्त
धौज थाने के अंतर्गत 11 मई को सिरोही की कृत्रिम झील में दिल्ली संगम विहार के तीन युवक नहाते समय डूब गए थे। एक को ग्रामीणों ने बचा लिया जबकि दो की मौत हो गई। इनका चौथा साथी झील में नहाने उतरा ही नहीं था। मृतक दिल्ली के संगम विहार में मकान नंबर-279, गली नंबर चार, ब्लाक नंबर डी के रहने वाले मोहन (23) और बी-273, संगम विहार में रहने वाले मानस (26) थे।
दोनों अपने दो दोस्तों राजीव और मोहम्मद साजिद के साथ सिरोही की झील पर आए थे। तभी हादसा हो गया। अरावली की झीलों में हर साल दो से तीन लोगों की डूबकर मौत हो जाती है। साल 1991 में खनन का काम बंद होने के बाद अबतक करीब 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।थाना धौज प्रभारी शिवचरण ने बताया कि झील के अंदर कहीं गहराई पांच फुट है तो कहीं पांच सौ फुट। इसलिए यहां नहीं नहाना चाहिए। काफी हादसे हो रहे हैं। पुलिस द्वारा कई बार चेतावनी जारी की जाती रहती है और वहां बोर्ड भी लगाए गए थे। लेकिन शरातती तत्व इन्हें उखाड़कर ले गए।
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