गलत रीडिंग की समस्या से छुटकारा, ऑप्टिकल डिवाइस की मदद से काम होगा आसान
एनआइटी डिविजन से इलेक्ट्रोनिक डिवाइस से रीडिंग लेने का काम शुरु कर दिया गया। प्रत्येक मीटर रीडर को हैंड हेल्ड डिवाइस दिया गया है।
फरीदाबाद [जेएनएन]। सर्कल के करीब साढ़े चार लाख उपभोक्ताओं को अब बिजली के गलत बिलों व गलत मीटर रीड़िंग की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है। अब मीटर रीडिंग ऑप्टिकल डिवाइस (उपकरण) से ली जाएगी। निगम की ओर से रीडिंग लेने के लिए अनुबंधित बीसीआइटीएस फर्म ने अपना काम शुरु कर दिया है। पहले चरण में इसकी शुरुआत एनआइटी पांच नंबर डिविजन से की गई है। मीटर रीडर आप्टीकल डिवाइस से मीटर रीडिंग ले रहे हैं और साथ ही मीटर की फोटो भी क्लिक कर रहे हैं।
गलत बिलों की परेशानी को देखते हुए निगम की ओर से जिले में मैन्यूअल (हस्तचालित) रीडिंग सिस्टम को पूरी तरह खत्म किया जा रहा है। सितंबर के अंत तक नए सिस्टम को पूरे जिले में लागू कर दिया जाएगा। पहले रीडिंग का काम हरियाणा एक्स सर्विस मैन लीग (एचईएसएल) कर रही थी। नए सिस्टम से मीटर रीडिंग लेने का काम शुरू करने से पहले कंपनी की ओर से जिले में सर्वे किया किया गया। इस दौरान उपभोक्ताओं का डाटा एकत्रित किया गया।
एनआइटी से की गई शुरुआत
एनआइटी डिविजन से इलेक्ट्रोनिक डिवाइस से रीडिंग लेने का काम शुरु कर दिया गया। प्रत्येक मीटर रीडर को हैंड हेल्ड डिवाइस दिया गया है। इस ऑटोमेटिक डिवाइस की मदद से मीटर से रीडिंग नोट की जा रही है। इस डिवाइस को मीटर से कनेक्ट किया जाता है। कनेक्ट होते ही मीटर में चल रही रीडिंग डिवाइस में नोट हो जाती है।
गलत रीडिंग की समस्या से छुटकारा
बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता का कहना है कि हमने मीटर रीडिंग व बिल वितरण का काम नई एजेंसी को दिया है। पहले चरण में एनआइटी से काम शुरु कर दिया है। हमारी कोशिश है कि उपभोक्ता को गलत रीडिंग की समस्या से छुटकारा मिले। नए सिस्टम के तहत रीडिंग लेने का काम आटोमेटिक डिवाइस से हो रहा है। अब गलत की शिकायतें खत्म हो जाएंगी। सितंबर से ओल्ड फरीदाबाद, बल्लभगढ़ डिविजन तथा ग्रेटर फरीदाबाद डिविजन में इस सिस्टम से रीडिंग लेने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
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