लगातार बारिश ने दाह संस्कार को भी किया प्रभावित, पढ़िए एनसीआर के किस इलाके में एक्सप्रेस-वे के नीचे करना पड़ा अंतिम संस्कार
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है बल्कि बारिश के तीन-चार महीने पूरा गांव परेशान रहता है। गांव के शवदाह गृह की हालत खराब है। चहारदीवारी नहीं है अंदर बड़ी-बड़ी झाड़ियां ऊगी हैं। इस कारण बारिश में शव के अंतिम संस्कार के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।
फरीदाबाद [प्रवीन कौशिक]। रविवार से हो रही बारिश यमुना नदी किनारे बसे हुए फरीदाबाद जिले के गांव शाहजहांपुर में चंदर भगत जी परिवार के लिए बड़ी आफत बन गई। परिवार में 55 वर्षीय महिला सबद की मौत रविवार शाम करीब पांच बजे हो गई थी। उस समय बारिश आ रही थी। क्योंकि गांव के शवदाह गृह में बारिश से बचाव के लिए छतरी नहीं बनी है, इसलिए ग्रामीण बारिश रुकने का इंतजार करते रहे। सोमवार सुबह तक बारिश नहीं रुकी तो ग्रामीण शव को लेकर घर से निकल पड़े।
बारिश में ही करीब डेढ़ किलोमीटर दूर दूसरे गांव फज्जुपुर गांव के रकबे में जा पहुंचे। यहां यमुना नदी पर कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस-वे के फ्लाईओवर बना हुआ है। इसके नीचे जगह दिखाई दी। ग्रामीणों ने बारिश से बचाव के लिए यहीं पर महिला का अंतिम संस्कार करना ठीक माना। इसके बाद करीब साढ़े 10 बजे अंतिम संस्कार किया गया।
ग्रामीण राजकिशाेर भाटी का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है बल्कि बारिश के तीन-चार महीने पूरा गांव परेशान रहता है। गांव के शवदाह गृह की हालत खराब है। चहारदीवारी नहीं है, अंदर बड़ी-बड़ी झाड़ियां ऊगी हैं। बारिश के बचाव के लिए कोई छतरी भी नहीं बनी है। इस कारण बारिश में शव के अंतिम संस्कार के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।
इस बारे में कई बार शासन-प्रशासन से पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन समाधान नहीं हुआ है। राजकिशोर ने बताया कि सोमवार सुबह ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर रोष जाहिर किया। करीब एक दशक से पूरा गांव परेशान है। अब इस बारे में ग्रामीण मुख्यमंत्री से मिलेंगे और समस्या के समाधान के बारे में बात करेंगे।