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डिनर के लिए आया था दंपती, सुबह गेस्ट हाउस में मिले दोनों के शव; पति को लेकर हुआ अहम खुलासा

दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में पति-पत्नी ने एक साथ आत्महत्या कर ली। जान गंवाने वाले दंपती का नाम सुनील वाधवा और ज्योति वाधवा है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 30 Aug 2019 02:03 PM (IST)Updated: Fri, 30 Aug 2019 07:24 PM (IST)
डिनर के लिए आया था दंपती, सुबह गेस्ट हाउस में मिले दोनों के शव; पति को लेकर हुआ अहम खुलासा
डिनर के लिए आया था दंपती, सुबह गेस्ट हाउस में मिले दोनों के शव; पति को लेकर हुआ अहम खुलासा

फरीदाबाद, जेएनएन। दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में बृहस्पतिवार को घर से डिनर के लिए कहकर निकले पति-पत्नी ने इमारत के चौथे फ्लोर पर बने कमरे में सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह हादसे का पता चला। जान गंवाने वाले दंपती का नाम सुनील वाधवा और ज्योति वाधवा है। दोनों ने एनआइटी-5 स्थित ई ब्लॉक स्थित ओयो रूम में चौथे फ्लोर पर बने कमरे में आत्महत्या की।

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पुलिस के मुताबिक, सुनील हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था और फिलहाल पैरोल पर था और उसे 31 अगस्त को वापस जेल भी जाना था। पुलिस मामला दर्ज कर आत्महत्या करने की वजह तलाशने में जुट गई है। इस बाबत परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है। 

यह है पूरा मामला
एनआइटी में शुक्रवार दोपहर बाद उस समय सनसनी फैल गई जब 5 नंबर ई ब्लॉक में स्थित गेस्ट हाउस में किराए पर लिए कमरे में पति-पत्नी मृत मिले। एनआइटी दो नंबर डी ब्लॉक शिवाला खोखा कॉलोनी निवासी
सुनील वाधवा (39) छत के पंखे से लटके हुए थे और उनकी पत्नी ज्योति वाधवा (37) बेड पर मृत पड़ी थी। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि कमरे के अंदर क्या हुआ? पर पुलिस के अनुसार ज्योति वाधवा के गले पर निशान को देखकर लग रहा है कि पहले ज्योति ने फांसी लगाकर आत्महत्या की, क्योंकि गले पर निशान थोड़ा लंबाई में है। पुलिस ने आशंका जताई है कि सुनील वाधवा ने पत्नी को फंदे से नीचे उतारकर खुद उसी फंदे से फांसी लगाकर आत्महत्या की है। यदि ज्योति वाधवा का गला घोंटा गया होता तो निशान गोलाई में होता, जो उसके शव को देखकर ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है। पुलिस ने दोनों के शव बीके अस्पताल के शवगृह में रखवा दिए हैं।

हत्या के मामले में सजा काट रहा था सुनील
करीब 40 वर्षीय सुनील वाधवा 10 साल पहले हुई हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था। फिलहाल वह एक महीने से पैरोल पर घर आया हुआ था। शनिवार को उसकी पैरोल अवधि खत्म हो रही थी, इसलिए उसे वापस जेल जाना था। सुनील बृहस्पतिवार रात पत्नी ज्योति संग अपने परिजनों को यह कहकर निकले थे क्योंकि उसे एक दिन बाद जेल जाना है, इसलिए वह आज की रात अपनी पत्नी संग घर से बाहर अकेले बिताना चाहते हैं। दाेनों ने यह भी बताया था कि वह कहां, किस जगह कमरे में रात को ठहरेंगे। उन्होंने शुक्रवार तड़के 5 बजे तक घर लौट आने की बात भी कही थी। शुक्रवार तड़के 5 बजे तक न लौटने पर सुनील के बड़े भाई अनिल ने 6 बजे से फोन करने शुरू कर दिए, पर फोन पिक नहीं हो सका।

वहीं, शक होने पर सुबह 10.45 बजे अनिल अपनी पत्नी शशि को लेकर 5ई ब्लॉक में स्थित गेस्ट हाउस (जहां उनका भाई और भाभी ठहरे हुए थे) पहुंच गए। शशि का कहना है कि काफी देर तक उन्हें कमरे में नहीं जाने दिया गया। काफी जिद व कहासुनी करने के बाद उन्हाेंने चौथी मंजिल पर कमरा नंबर 406 का दरवाजा खोला तो होश उड़ गए। अंदर ज्योति बेड पर पड़ी थी और सुनील पंखे से फंदा बनाकर लटका हुआ था। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। मौके पर एनआइटी थाना पुलिस आ गई और कमरे की तलाश ली। अंदर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। बेड के पास टेबल पर दोनों के आधार कार्ड, मोबाइल फोन रखा हुआ था।

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