फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। यमुना आवास योजना के तहत सस्ते प्लाट दिलाने के नाम पर लोगों से साइबर ठगी करने वाले तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों से एक लैपटाप, चार मोबाइल फोन और 93 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं। उनके खाते में जमा 34 लाख रुपये पर पुलिस ने रोक लगवा दी है।
जानें पूरा मामला
साइबर क्राइम की सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी) मोनिका ने बताया कि आरोपित मधुर, विनोद नोएड उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और अनूप उर्फ अमन दिल्ली मयूर विहार का रहने वाला है। हर व्यक्ति का बड़े शहरों में अपना मकान बनाने एक सपना होता है। यमुना आवास योजना के तहत लोगों को लॉटरी सिस्टम के द्वारा सस्ते प्लाट दिए जाते हैं। प्लाट के साइज के अनुसार फीस जमा करानी होती। यदि किसी का लॉटरी में नंबर आ जाता है, उसे सस्ता प्लाट मिल जाता है।
इसके लिए जरूरतमंद को YEIDA की वेबसाइट पर रजिस्टर करना होता है। साइबर ठगों ने इस वेबसाइट के जैसी हूबहू एक फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को सस्ते प्लाट देने का लालच दिया। इस फर्जी वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाने के पश्चात आरोपितों ने लोगों से पैसे ऐंठने शुरू कर दिए। आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले तीन व्यक्तियों से 42 हजार, 31 हजार व 21 हजार रुपये ठगी से अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवा लिए। इसके पश्चात जब ग्राहकों ने अपना प्लाट या पैसे वापस मांगे, तो आरोपितों ने पैसे वापस करने से मना कर दिया और प्लाट भी नहीं दिया। पीड़ितों ने इसकी शिकायत साइबर थाने में कर दी।
इसके पश्चात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश फर्जीवाड़े की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने मुखबिरों और साइबर तकनीकी के माध्यम से उक्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों को तीन मुकदमों में अदालत से सात दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की। आरोपितों ने यूपी, हरियाणा व दिल्ली में इस प्रकार की 690 वारदातों को अंजाम दिया है और उनके बैंक खातों से करीब 3.82 करोड़ रुपये का लेन-देन किया गया। पुलिस ने ऐसे मामलों में संबंधित थानों को सूचित कर दिया है। इस मामले में पुलिस अन्य आरोपितों की भी तलाश कर रही है। जल्दी अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।