Move to Jagran APP

तीन मंजिला इमारत में आग, दम घुटने से मां व दो बच्चों की मौत

फरीदाबाद की डबुआ कॉलोनी 33 फुट रोड पर शनिवार सुबह तीन मंजिला इमारत के भूतल पर कपड़ों के शोरूम में आग लग गई। धुएं से दम घुटने के कारण द्वितीय तल पर मौजूद महिला और दो बच्चों की मौत हो गई। यह मकान विशाल भाटी उर्फ लच्छू का है। मरने वाले उनकी 27 वर्षीय पत्नी नीता पांच वर्षीय बेटा लकी और सात वर्षीय बेटी यशिका हैं। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Jun 2019 06:27 PM (IST)Updated: Sat, 08 Jun 2019 06:27 PM (IST)
तीन मंजिला इमारत में आग, दम 
घुटने से मां व दो बच्चों की मौत
तीन मंजिला इमारत में आग, दम घुटने से मां व दो बच्चों की मौत

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : डबुआ कॉलोनी 33 फुट रोड पर शनिवार सुबह तीन मंजिला इमारत के भूतल पर कपड़ों के शोरूम में आग लग गई। धुएं से दम घुटने के कारण द्वितीय तल पर मौजूद महिला और उसके दो बच्चों की मौत हो गई। यह मकान विशाल भाटी उर्फ लच्छू का है। मृतकों में उसकी 27 वर्षीय पत्नी नीता, पांच वर्षीय बेटा लक्की और सात वर्षीय बेटी यशिका हैं। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।

loksabha election banner

विशाल ने मकान के भूतल पर रेडीमेड कपड़ों का शोरूम खोला हुआ है। प्रथम तल पर पांचवीं कक्षा तक का स्कूल चलता है, जिसे नीता संभालती थीं। द्वितीय तल पर विशाल ने अपनी रिहायश बनाई हुई थी। गर्मियों की छुट्टियां हैं, ऐसे में स्कूल बंद था। शनिवार सुबह करीब 7 बजे विशाल दूध लेने नीचे आए। दूधिया ने उन्हें शोरूम से धुआं निकलने की जानकारी दी। ऊपर जाकर उन्होंने पत्नी नीता को जगाया, बच्चों को नीचे लाने को कहकर वापस आ गए। उन्हें डर था कि कहीं आग से शोरूम के अंदर खड़ी कार का फ्यूल टैंक ना फट जाए। कार बाहर निकालने के लिए जैसे ही शटर उठाया, अंदर एकत्र धुआं एकदम बाहर निकला और ऊपर प्रथम व द्वितीय फ्लोर पर पहुंच गया। तभी आग भड़क गई और नीता व बच्चे तीसरी मंजिल पर ही फंसे रह गए। आस-पास के लोग भी जुट गए मगर धुआं इतना अधिक हो गया कि विशाल या कोई अन्य ऊपरी मंजिल पर फंसे नीता व बच्चों तक नहीं पहुंच पाया। लोगों ने फायर ब्रिगेड व पुलिस को भी सूचित कर दिया। कुछ लोग सीढ़ी लगाकर पीछे खिड़की से मकान में दाखिल हुए और जैसे-तैसे नीता व बच्चों को बाहर निकाला। तब तक वे अचेत हो चुके थे। अस्पताल पहुंचाने पर डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। आग पर काबू पाने के दौरान फायर ब्रिगेड के पास संसाधनों की कमी साफ नजर आई। भवन की दूसरी मंजिल तक जाने के लिए फायर ब्रिगेड वालों की सीढ़ी नहीं खुली, पानी का पाइप फटा हुआ था। कर्मियों के पास उचित उपकरणों का अभाव नजर आया। दूसरी मंजिल पर बना स्कूल गर्मियों की छुट्टियों के कारण बंद था यदि स्कूल खुला होता था तो आग व धुएं की चपेट में आने से बड़ा हादसा हो सकता था। शिक्षा विभाग के अनुसार स्कूल नियमों का उल्लंघन कर चल रहा था। अग्निशमन विभाग का कहना है कि भवन मालिक ने फायर एनओसी नहीं ली थी।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.