का से कहूं..,नगर निगम में मिलता नहीं कोई अधिकारी
हिलाओं से संबंधित एक पत्रिका में एक कॉलम होता था Þका से कहूं', यानी महिलाएं अपने से संबंधित समस्याओं को किसे बताएं। ठीक यही बात हर आम व खास जन पर नगर निगम के इन दिनों हो रहे प्रशासनिक अधिकारियों के हालात पर सटीक बैठ रही है। नगर निगम में अधिकारियों का जबरदस्त टोटा चल रहा है। कुछ अधिकारियों के तबादले होने के चलते कुर्सियां खाली पड़ी हैं, तो कुछ अधिकारी छुट्टियां पर चल रहे हैं। ऐसे में नगर निगम में अपनी समस्याएं लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने के मकसद से उम्मीदों के साथ आने वाले लोग मायूस होकर और मुंह लटकाए बैरंग लौटने को मजबूर हैं।
सुशील भाटिया, फरीदाबाद : महिलाओं से संबंधित एक पत्रिका में एक कॉलम होता था 'का से कहूं', यानी महिलाएं अपने से संबंधित समस्याओं को किसे बताएं। ठीक यही बात हर आम व खास जन पर नगर निगम के इन दिनों हो रहे प्रशासनिक अधिकारियों के हालात पर सटीक बैठ रही है। अधिकारियों का जबरदस्त टोटा चल रहा है। कुछ अधिकारियों के तबादले होने के चलते कुर्सियां खाली पड़ी हैं, तो कुछ अधिकारी छुट्टियां पर चल रहे हैं। ऐसे में नगर निगम में अपनी समस्याएं लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने के मकसद से उम्मीदों के साथ आने वाले लोग मायूस होकर और मुंह लटकाए बैरंग लौटने को मजबूर हैं।
नगर निगम में आम जनता से जुड़े हुए दो वरिष्ठ अधिकारियों के पद खाली होने का क्रम 26 जुलाई से शुरू हुआ था, जब निगम के मुख्य अभियंता डीआर भास्कर का 26 जुलाई को करनाल तबादला कर दिया गया था। इस पर नगर निगम के अधीक्षण अभियंता रमन शर्मा को मुख्य अभियंता का अतिरिक्त पद भार दिया गया था, पर अगले ही कुछ दिनों में डीआर भास्कर अपने तबादले के विरोध में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में चले गए और स्टे ले आए। इधर बाद में रमन शर्मा को भी पदोन्नति देकर चंडीगढ़ में शहरी स्थानीय निकाय विभाग में बतौर मुख्य अभियंता नियुक्त किया गया। उसके बाद से नगर निगम में मुख्य अभियंता व अधीक्षक अभियंता जैसे दोनों महत्वपूर्ण पद खाली पड़े हैं। इन दोनों अधिकारियों के न होने से विभिन्न विकास योजनाओं को मंजूरी मिलने संबंधी फाइलें लटकी पड़ी हैं, साथ ही अधीनस्थ कई अभियंताओं को दिशा-निर्देश देने वाला भी कोई नहीं है कि उन्हें कौन सा काम कैसे करना है।
बृहस्पतिवार को प्रशासनिक अधिकारी भी नहीं मिले
बृहस्पतिवार को नगर निगम में आयुक्त और संयुक्त आयुक्त भी लोगों को नहीं मिले। आयुक्त के बारे में जानकारी मिली है कि वो अमेरिका जा रहे हैं। इस कारण अब एक सप्ताह से भी अधिक समय तक उनका कक्ष भी खाली रहेगा। अपने काम से नगर निगम आए गांव तिलपत निवासी गजेंद्र शर्मा बेटी का जन्म प्रमाण पत्र लेने आए थे। जन्म प्रमाण पत्र पर बेटी की जगह बेटा अंकित हो गया। उन्हें जन्म प्रमाण पत्र शाखा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चक्कर कटवा रहे हैं, इसकी शिकायत लेकर वो निगमायुक्त के कक्ष में आए और दरवाजा खोल कर अंदर जाने लगे, तो उन्हें बताया गया कि निगमायुक्त छुट्टी पर हैं। इस पर निराशा के भाव लिए व्यवस्था को कोसते हुए वापस घर को चल दिए। नगर निगम में गांधी कॉलोनी में सीवर जाम की शिकायत लेकर पहुंचे राजू ¨सह ने कहा कि यहां सुनने वाला कोई नहीं है किससे कहें अपना दुखड़ा।
उच्च न्यायालय से मिल गई आगे की तारीख
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में 20 सितंबर को मुख्य अभियंता डीआर भास्कर के तबादले पर सुनवाई होनी थी। अब जानकारी मिली है कि इस पर तीन अक्टूबर को सुनवाई होगी। नगर निगम में मुख्य अभियंता व अधीक्षक अभियंता दोनों ही मुख्य पद हैं। एसडीओ, जेई अगर सुनेंगे नहीं तो किससे शिकायतें करें। सरकार को चाहिए कि इस मामले का पटाक्षेप तुरंत करें। आगे महत्वपूर्ण त्यौहार आ रहे हैं और शहर में समस्याएं बढ़ रही हैं।
-विकास भारद्वाज, पार्षद वार्ड नंबर 17 स्मार्ट सिटी बनने की ओर अग्रसर हमारे शहर के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। जनप्रतिनिधि भी इस मामले में खामोश हैं। लोग नगर निगम में धक्के खा रहे हैं। सरकार को इस बाबत उचित कदम उठाने चाहिए।
-रणवीर चौधरी, सरपरस्त कन्फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए मुख्य अभियंता का मामला उच्च न्यायालय में है। अधीक्षक अभियंता के पद को भरने के लिए आदेश जारी हो गए हैं। सरकार से इस बाबत चर्चा करूंगा।
-कृष्णपाल गुर्जर, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री बाक्स..
राम प्रकाश होंगे नगर निगम के नए अधीक्षक अभियंता
जासं, फरीदाबाद: रोहतक में कार्यकारी अभियंता के रूप में कार्यरत राम प्रकाश को पदोन्नति देकर नगर निगम का नया अधीक्षक अभियंता नियुक्त किया है। जबकि फरीदाबाद में कार्यकारी अभियंता के रूप में कार्यरत एसएस ¨सगला को भी पदोन्नत कर अधीक्षक अभियंता नियुक्त किया गया है। गुरुग्राम में नगर निगम के अधीक्षक अभियंता होंगे। राम प्रकाश को अधीक्षक अभियंता बनाए जाने से अब नगर निगम मुख्यालय में अपने काम के लिए आने वाले लोगों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। देखना यह है कि अब वो कब अपना कार्यभार संभालते हैं।