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गेहूं के हजारों कट्टे बारिश में भीगे

शुक्रवार की रात को हुई झमाझम बारिश में मंडियों में बाहर खुले में पड़ा हजारों कट्टा गेहूं भीग गया। आढ़तियों ने शुक्रवार सुबह धांग के नीचे के कट्टों को सुखाने के लिए बदलवाया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 05:17 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 05:17 PM (IST)
गेहूं के हजारों कट्टे बारिश में भीगे

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : शुक्रवार की रात हुई झमाझम बारिश में मंडियों में बाहर खुले में पड़ा हजारों कट्टा गेहूं भीग गया। आढ़तियों ने शुक्रवार सुबह धांग के नीचे के कट्टों को सुखाने के लिए उसे बदलवाया। ढुलाई का काम भी मंडी में जोरों से चलता दिखा। ट्रकों में मजदूर गीले गेहूं के कट्टों को भी गोदाम भेजने के लिए भर रहे थे।

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शुक्रवार की शाम जिले के कृषि एवं राजस्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, फरीदाबाद कृषि उपमंडल में 51 मिलीमीटर, बल्लभगढ़ में 39 मिलीमीटर, दयालपुर 6 मिलीमीटर और छांयसा में एक मिलीमीटर बारिश हुई। इससे बल्लभगढ़ और फरीदाबाद की मंडियों में खुले में पड़ा हजारों कट्टा गेहूं भीगता रहा। अब तक खुले में रखा गेहूं कई बार बारिश में भीग चुका है। गेहूं के भीगने का नुकसान आढ़तियों को उठाना पड़ रहा है। कई बार भारतीय खाद्य निगम के कर्मचारी गोदाम में गेहूं को जमा करने की बजाय लस्टर लॉस के नाम पर वापस भेज देते हैं। इसका नुकसान आढ़ती को उठाना पड़ता है। गेहूं की खरीद को एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। बार-बार हो रही बेमौसमी बारिश के मद्देनजर अब तक गेहूं गोदाम में पहुंच जाना चाहिए था, पर अभी तक मंडियों में पड़ा है।

-नरेश बंसल, आढ़ती गेहूं की ढुलाई जिस गति से होनी चाहिए, अब उसके अनुसार शुरू है। आढ़तियों को सबसे ज्यादा परेशानी किसानों का भुगतान करने में हो रही है। इसे एजेंसियां नहीं दे रही हैं।

-बिशनचंद बंसल, पूर्व प्रधान, व्यापारी एसोसिएशन, बल्लभगढ़ बारिश से कोई खास नुकसान नहीं हुआ है। अब मंडियों में बहुत थोड़ा गेहूं बचा है। ज्यादातर गेहूं गोदाम पहुंच चुका है। अगले दो-तीन दिन में पूरा गेहूं गोदाम में पहुंच जाएगा। अब जैसे-जैसे भुगतान की राशि मिल रही है, उसके अनुसार आढ़तियों और किसानों को दिया जा रहा है।

-केके गोयल, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक, फरीदाबाद


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