किडनी ट्रांसप्लांट के 15वें दिन बोर्ड परीक्षा देगी प्रतिभा
फरीदाबाद की रहने वाली 15 वर्षीय प्रतिभा की 21 फरवरी को किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। उसके 15वें दिन छात्रा बोर्ड की परीक्षा देगी।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : कई विद्यार्थी शारीरिक व मानसिक रूप से पूरी तरह फिट होने पर भी अपनी पढ़ाई-लिखाई पर पूरा ध्यान नहीं देते। इसमें अभिभावकों की भी कहीं न कहीं लापरवाही होती है। ऐसे दौर में दसवीं की छात्रा प्रतिभा का पढ़ाई-लिखाई के प्रति समर्पण देख कर साफ कहा जा सकता है कि वह अन्य छात्रों के लिए मिसाल हैं।
करीब 15 वर्षीय प्रतिभा के माता-पिता को यह मालूम न था कि पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहने वाली उनकी बेटी की किडनी फेल हो गई है। स्कूल से आने के बाद रोजाना प्रतिभा बिना कुछ खाये ही सो जाती थी, जिसे माता-पिता पढ़ाई की थकान समझ उसे नजरअंदाज कर देते थे। जब प्रतिभा की हालत लगातार बिगड़ने लगी तो माता-पिता उसे लेकर 9 जनवरी को एशियन अस्पताल पहुंचे। जांच के बाद पता लगा कि प्रतिभा का हीमोग्लोबिन कम रह गया है, किडनी फेल हो चकी है।
किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक डॉ.रितेश शर्मा ने बताया कि प्रतिभा कि हालत काफी खराब थी। स्थिति को देखते हुए प्रतिभा का डायलिसिस किया और माता-पिता से बात कर उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी गई। इसके बाद 21 फरवरी को प्रतिभा का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया। प्रतिभा को उनकी दादी संतोष छाबड़ा ने किडनी दी।
डॉ.रितेश ने कहा कि उनकी टीम प्रतिभा के हौसले को सलाम करती है कि इतनी गंभीर बीमारी से जूझने के बाद भी किडनी ट्रांसप्लांट के 15वें दिन वह दसवीं बोर्ड कि परीक्षा दे रही हैं। उसके बोर्ड के सेंटर में आग्रह कर उसे एकांत कमरा दिलाया जाएगा, ताकि वो अपनी परीक्षा दे सके। प्रतिभा के पिता राजन छाबड़ा ने बताया कि बीमारी का पता लगने पर उन्होंने अपनी बिटिया पर परीक्षा देने के लिए किसी भी तरह का दबाव नहीं बनाया, लेकिन बेटी इतनी बहादुर है कि उसने खुद यह निर्णय लिया कि वह अपना साल बर्बाद नहीं होने देगी। किडनी ट्रांसप्लांट के अगले दिन से ही वह परीक्षा की तैयारी में जुट गई थी। प्रतिभा की 7 मार्च को बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं।