सफल किडनी ट्रांसप्लांट कर युवक को दिया नया जीवन
एशियन अस्पताल के किडनी डिजीज एंड ट्रांसप्लांट मेडिसिन विभाग ने सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : एशियन अस्पताल के किडनी डिजीज एंड ट्रांसप्लांट मेडिसिन विभाग के डाक्टरों ने चार वर्षों से किडनी (गुर्दा) की समस्या से परेशान 29 वर्षीय मयूर पाल का सफल ट्रांसप्लांट किया है। अस्पताल प्रबंधक का दावा है कि फरीदाबाद में पहली बार किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है।
मयूर की किडनी फेल होने की वजह से चार वर्षों से डायलिसिस करा रहा था। उनके स्वजन किडनी भी देना चाहते थे, लेकिन किसी की भी किडनी मयूर से मैच नहीं हो रही थी। किडनी डिजीज एंड ट्रांसप्लांट मेडिसिन विभाग के निदेशक डा. रीतेश शर्मा ने बताया कि मयूर के स्वजन ने पिछले वर्ष जून में कैडेवर किडनी ट्रांसप्लांट के लिए नोटो (नेशनल आर्गन एवं टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन) में पंजीकरण कराया था। चार जनवरी को मयूर के स्वजन के पास किडनी के लिए फोन आया था। दरअसल मेदांता अस्पताल गुरुग्राम में एक व्यक्ति को ब्रेन डेड घोषित किया था और उनके स्वजन ने अंग दान स्वीकृति दी थी। चार जनवरी की रात 11 बजे मयूर की सभी जांच की गई और खून का सैंपल मिलान के लिए मेदांता अस्पताल भेजा गया। एशियन अस्पताल के वरिष्ठ यूरोलाजिस्ट एवं किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी विभाग के प्रमुख डा. राजीव कुमार सेठिया ने बताया कि मेदांता अस्पताल के डाक्टर से संपर्क करके डा आकिब हमीद को रात 2 बजे मेदांता अस्पताल भेजा गया। अगले दिन पांच जनवरी को किडनी ट्रांसप्लांट किया जा सका था। अस्पताल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डा.एन के पांडेय ने कहा कि हमारे डॉक्टर ने कैडेवर किडनी ट्रांसप्लांट करके इतिहास बनाया है। इससे पहले फरीदाबाद में कभी भी किडनी ट्रांसप्लांट नहीं हुआ।