हमारे निर्माण टूटने से बचाए सरकार
सरकार जब अवैध कॉलोनियों को वैध करने के लिए कानून बना सकती है, तो फिर हमारी वैध कॉलोनी में बने मकानों को टूटने से बचाने के लिए भी आगे आए। हम हरियाणा के मुख्यमंत्री से अपील करेंगे, सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष भी रखेंगे। मकान टूटने के बाद 10 हजार परिवार सड़क पर आ जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को सेक्टर-21सी जिमखाना क्लब में आयोजित स्थानीय निवासियों की बैठक में लोगों ने अपना दर्द इस तरह बयान किया। ---
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : सरकार जब अवैध कॉलोनियों को वैध करने के लिए कानून बना सकती है, तो फिर हमारी वैध कॉलोनी में बने मकानों को टूटने से बचाने के लिए भी आगे आए। हम हरियाणा के मुख्यमंत्री से अपील करेंगे, सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष भी रखेंगे। मकान टूटने के बाद 10 हजार परिवार सड़क पर आ जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को सेक्टर-21सी जिमखाना क्लब में आयोजित स्थानीय निवासियों की बैठक में लोगों ने अपना दर्द इस तरह बयान किया।
ब्रिगेडियर एमबी आनंद ने उनकी कॉलोनी के एक ओर खोरी गांव बसा है तो दूसरी और एक और कॉलोनी है। दोनों ही जगह बड़े स्तर पर अवैध निर्माण हैं और वन क्षेत्र में आते हैं। इसके बावजूद दोनों सुरक्षित हैं। आनंद के अनुसार हुडा का सेक्टर-21सी का भाग तीन, सेक्टर-44, 45, 47, जिमखाना क्लब, फायर स्टेशन, कई धार्मिक व शैक्षणिक संस्थान भी वन क्षेत्र में आते हैं। हम लापरवाही का शिकार हुए हैं। लाइसेंसशुदा कॉलोनी में प्लॉट लेकर भी लोग सुरक्षित नहीं हैं तो फिर किस पर विश्वास किया जा सकता है।
-बीबी सरन, सेवानिवृत कर्नल। सुप्रीम कोर्ट का आदेश सुनकर गहरा झटका लगा है। हम कोर्ट के समक्ष गुहार लगाएंगे और सरकार से भी अपील करेंगे। हमारी समस्या पर ध्यान दिया जाए।
-विभूति चौधरी। मैं मरते दम तक घर को खाली नहीं करूंगी। बेशक कुछ भी हो जाए। जब कभी घर टूटने के बारे में सोचती हूं तो आंखों से आंसू निकल आते हैं।
-परमजीत वाधवा। जब कॉलोनी अप्रवूड है, नक्शा पास हो गए, रजिस्ट्रियां हो रही हैं तो बताओ क्यों न प्लॉट खरीदा जाए। यहां लाखों रुपये की लागत से मकान बना लिया है।
-संजय बासू।