परिणाम के सात दिन बाद बदली चयनित उम्मीदवारों की सूची
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : डबुआ कॉलोनी निवासी अर¨वद खुश था कि ¨सचाई विभाग में उसकी एस
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : डबुआ कॉलोनी निवासी अर¨वद खुश था कि ¨सचाई विभाग में उसकी एसडीओ के रूप में नौकरी लग गई है। उसका चयनित उम्मीदवारों की सूची में रोल नंबर भी आ गया, इस पर उसके घर खुशियां छा गई और लड्डू भी बंट गए, पर एक सप्ताह बाद सूची में परिवर्तन कर दिया गया और उसकी खुशियां काफूर हो गई।
अर¨वद ने इस मामले में हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (एचपीएससी) द्वारा ¨सचाई विभाग में एसडीओ पद के परिणाम में धांधली का आरोप लगाया है। अर¨वद का कहना है कि 9 मार्च को एचपीएससी ने एसडीओ पद के लिए परिणाम घोषित किए थे। इसमें उसका चयन हो गया था, मगर एक सप्ताह बाद इस परिणाम को बदलते हुए चयनित उम्मीदवारों की नई सूची जारी कर दी गई। उसमें अर¨वद की बजाय दूसरे परीक्षार्थी का चयन कर लिया गया। अर¨वद ने बताया कि एससी श्रेणी(अनुसूचित जाति) में लिखित परीक्षा में उन्हें 69.79 अंक हासिल हुए थे। वहीं साक्षात्कार में 27 अंक मिले। फाइनल परिणाम बनाते समय लिखित परीक्षा के आधे, जबकि साक्षात्कार के पूरे अंक जोड़े गए। इस तरह उनके 61.90 अंक बने। चयनित उम्मीदवारों की पहली सूची में उन्हें दूसरा स्थान मिला और मेरिट के आधार पर उनका चयन हो गया। मगर एक सप्ताह बाद जब चयनित उम्मीदवारों की सूची दोबारा जारी की गई तो उनकी जगह दूसरे परीक्षार्थी को चयनित किया गया था। जिस परीक्षार्थी का उनकी जगह चयन हुआ उसके लिखित परीक्षा में उनसे कम (66.66) अंक थे, मगर साक्षात्कार में उसे अर¨वद से अधिक (30) अंक दे दिए गए। जब उन्होंने आयोग से सूची दोबारा जारी करने का कारण पूछा तो बताया गया कि पहली सूची गलती से जारी हो गई थी। अर¨वद का कहना है कि सभी कैटेगरी में टॉपर रहने वाले अभ्यर्थी को साक्षात्कार में 28 अंक मिले हैं। वहीं अर¨वद की जगह चयन किए गए अभ्यर्थी को साक्षात्कार में टॉपर से भी अधिक 30 अंक देना संदेहास्पद है। अर¨वद ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से कर न्याय दिलाने की मांग की है।