शुरू हो गया 100 आक्सीजन बेड वाला वाजपेयी मेडिकल कालेज
बहुप्रतीक्षित अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय मेडिकल कालेज मंगलवार को शुरू हो गया।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : बहुप्रतीक्षित अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय मेडिकल कालेज मंगलवार से शुरू हो गया। कोरोना संक्रमितों के बेहतर उपचार के दावों के साथ अस्पताल में 100 आक्सीजन बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसमें 65 बेड पुरुषों के लिए व 35 महिलाओं के लिए आरक्षित रखे गए हैं। अस्पताल में सारी व्यवस्था भारतीय सेना की वेस्टर्न कमांड द्वारा की गई है और सेनाधिकारियों की देखरेख में ही 10 डाक्टरों की टीम व नर्सिंग स्टाफ मरीजों का उपचार करेगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने अस्पताल का शुभारंभ करने के साथ ही सेना के वेस्टर्न कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह से आवश्यक जानकारी ली और उन्हें बेहद कम समय में अस्पताल तैयार करने पर बधाई देते हुए शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि देश पर जब भी कोई आपदा आई है, भारतीय सेना हमेशा ढाल बनकर खड़ी रही है। चाहे देश की सीमाओं की रक्षा की बात हो या फिर महामारी में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की बात हो। अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कालेज भी इस बात का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि अभी यह 100 बेड का अस्पताल है और आगे इसका विस्तार किया जाएगा। इससे जिले के साथ-साथ पूरे एनसीआर क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। एक माह में और बढ़ेंगे 100 आक्सीजन व 35 वेंटिलेटर बेड
जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि अगले एक माह में 100 आक्सीजन बेड की और व्यवस्था कर दी जाएगी, साथ ही 35 वेंटिलेटर बेड भी स्थापित किए जाएंगे। अस्पताल में 300 आक्सीजन गैस सिलेंडरों की व्यवस्था की गई है। अस्पताल के तीन वार्डों के हर बेड को आक्सीजन लाइन से जोड़ दिया गया है। यहां 24 घंटे एबुलेंस सेवा भी उपलब्ध होगी। उपायुक्त ने कहा कि अस्पताल में कोराना के मरीजों का प्राथमिक उपचार किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ती है, तो मरीज को यहां से ईएसआइ मेडिकल कालेज में रेफर किया जाएगा। सेना का होगा पूरा नियंत्रण
मेडिकल कालेज में जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम भी सहयोग करेगी, परंतु नियंत्रण पूरी तरह से सेना के चिकित्सा अधिकारियों का होगा। लेफ्टिनेंट जनरल मनजिदर सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के चिकित्सकों का कोविड-19 के इलाज को लेकर बेहतर अनुभव रहा है। सेना के डाक्टर यहां लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा देने का पूरा प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा व नरेंद्र गुप्ता, डीसीपी डा.अर्पित जैन, मेजर जनरल संजय हुड्डा, एसडीएम परमजीत चहल, कालेज के निदेशक पवन गोयल, संयुक्त निदेशक डा.गुलशन अरोड़ा, सहित सेना के विभिन्न अधिकारी व स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे। सीएमओ की ओर से रेफर किए जाएंगे मरीज
जिला उपायुक्त यशपाल यादव के अनुसार मेडिकल कालेज में प्रवेश केवल उन्हीं मरीजों को दिया जाएगा, जिन्हें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.रणदीप सिंह पूनिया द्वारा रेफर किया जाएगा। इसमें लेवल वन के मरीज होंगे अर्थात जिनका आक्सीजन लेवल 85 फीसद या इससे अधिक होगा।