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सड़क पर उतरे आमजन, तो निगम ने बंद की सीलिग

शहर में अवैध रूप से चल रहे ट्यूबवेल और आरओ प्लांट सील करने की कार्रवाई नगर निगम ने फिलहाल रोक दी है। इससे पहले निगम की इस कार्रवाई से एनआइटी क्षेत्र की कॉलोनियों में पेयजल को लेकर हाहाकार मच गया था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 09:04 PM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 05:10 AM (IST)
सड़क पर  उतरे आमजन, तो निगम ने बंद की सीलिग
सड़क पर उतरे आमजन, तो निगम ने बंद की सीलिग

जासं, फरीदाबाद : शहर में अवैध रूप से चल रहे ट्यूबवेल और आरओ प्लांट सील करने की कार्रवाई नगर निगम ने फिलहाल रोक दी है। इससे पहले निगम की इस कार्रवाई से एनआइटी क्षेत्र की कॉलोनियों में पेयजल को लेकर हाहाकार मच गया था। शनिवार की सुबह लोग सड़क पर उतर आए थे। गाजीपुर रोड, भडाना चौक सहित सरुरपुर चौक पर कॉलोनीवासियों ने कुछ देर के लिए जाम भी लगा दिया था, लेकिन पुलिस ने इसे खुलवा दिया। एनआइटी क्षेत्र के सभी निगम पार्षद भी अधिकारियों पर कार्रवाई रोकने के लिए दबाव बना रहे थे। इसके बाद निगम अधिकारियों को सीलिग की कार्रवाई रोकनी पड़ी। इसकी सूचना मिलने के बाद हड़ताल पर चल रहे टैंकर चालक भी मैदान में उतर आए। शाम तक टैंकर चालकों ने कॉलोनियों में जलापूर्ति भी शुरू कर दी थी। इससे हजारों नागरिकों को राहत मिली। बड़े स्तर पर हो रहा है पानी का कारोबार

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नगर निगम अपने क्षेत्र के नागरिकों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति नहीं कर पा रहा है। इससे पानी का कारोबार बड़े स्तर पर चल रहा है। अवैध रूप से ट्यूबवेल लगाकर रोजाना रिहायशी सहित औद्योगिक क्षेत्र में पानी टैंकरों से सप्लाई होता है। साथ ही पूरे शहर में इधर-उधर नगर निगम से बिना अनुमति के आरओ प्लांट भी चल रहे हैं, जिनसे हजारों परिवार पानी पी रहे हैं। निगम की ओर से पूरी व्यवस्था न होने के चलते आमजन टैंकर व आरओ का पानी लेने पर मजबूर हैं। कुछ दिन पहले नगर निगम ने कई अवैध ट्यूबवेल और आरओ प्लांट सील कर दिए थे और कार्रवाई अभी भी जारी थी। इन ट्यूबवेलों से पानी भरने वाले टैंकर चालक भी शुक्रवार से हड़ताल पर चले गए थे। इससे बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई थी। एनआइटी क्षेत्र से पूर्व विधायक नगेंद्र भडाना ने भी इस मामले पर केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग से बात कर समाधान करने के लिए कहा था। वर्जन..

आरओ प्लांट बंद होने के बाद पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया था। शुक्रवार को एक-दो बोतल जैसे-तैसे मिल गई थी, लेकिन शनिवार की दोपहर तक इंतजाम नहीं हो सका। 20 लीटर की एक बोतल के लिए 35 रुपये तक वसूले जा रहे थे।

- विवेक, पर्वतीय कॉलोनी।

हमारी कॉलोनी में नगर निगम की ओर से बहुत कम पेयजल आपूर्ति होती है, इसलिए अक्सर टैंकर मंगाना पड़ता हैं। निगम की कार्रवाई के बाद टैंकर आने बंद हो गए। यहां तक कि आरओ के पानी के लिए भी दो दिन खूब परेशानी हुई।

- संगीता, पर्वतीय कॉलोनी। फिलहाल नगर निगम पर्याप्त पेयजल आपूर्ति नहीं कर पा रहा है। कुछ पार्षद निगम की कार्रवाई को रोकने के लिए कह रहे थे। आमजन बहुत परेशान हो गए थे, इसलिए जनहित में कुछ दिन के लिए सीलिग की कार्रवाई रोक दी है।

- बीके कर्दम, मुख्य अभियंता, नगर निगम।

नगर निगम पहले अपनी पेयजल आपूर्ति दुरुस्त करे। आमजन को शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध कराए। इसके बाद ऐसी कार्रवाई की जाए। बिना तैयारी के सीलिग करना गलत है। मैंने इस बाबत निगमायुक्त से शुक्रवार देर शाम बात की थी। उन्होंने समाधान का आश्वासन दिया था।

-नीरज शर्मा, विधायक, एनआइटी विधानसभा क्षेत्र।


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