डीसीपी आत्महत्या मामले में हुई अहम प्रगति
पिछले साल 14 अगस्त को डीसीपी विक्रम कपूर ने सेक्टर-30 स्थित अपने आवास पर सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में एक साल के दौरान अहम प्रगति हुई है।
जासं, फरीदाबाद : पिछले साल 14 अगस्त को डीसीपी विक्रम कपूर ने सेक्टर-30 स्थित अपने आवास पर सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में एक साल के दौरान अहम प्रगति हुई है।
मामले की जांच आइजी अमिताभ ढिल्लो के नेतृत्व में एसआइटी कर रही है। अब तक मामले में 53 लोग गवाह बने हैं। इनमें से दो की गवाही हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के कारण मामले की सुनवाई फिलहाल टली हुई है। इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद मामले में मुख्य आरोपित है। उस पर एक वीडियो के आधार पर डीसीपी को ब्लैकमेल करने का आरोप है। वारदात के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। फिलहाल वे जमानत पर बाहर है। एसआइटी ने डीसीपी विक्रम कपूर और अब्दुल शहीद के मोबाइल फारेंसिक जांच के लिए भेजे थे। उनकी रिपोर्ट आने पर पुलिस सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी पेश कर चुकी है। डीसीपी विक्रम कपूर के परिवार ने मामले में पुलिस की जांच से संतुष्टि जताई है।