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रोडवेज बसों में फर्जी टिकटों के खेल पर परिवहन मंत्री की निगाह

हरियाणा रोडवेज की बसों में कंडक्टरों की फर्जी टिकटों का जो खेल चल रहा है उस पर परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की पूरी निगाह है। इन टिकटों की वजह से विभाग को राजस्व बहुत कम मात्रा में मिल रहा है। जिससे विभाग का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंत्री के लिए विभाग को घाटे से निकालना प्राथमिकता है। इस दिशा में अब मंत्री सख्त कदम उठा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Dec 2019 07:59 PM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 06:16 AM (IST)
रोडवेज बसों में फर्जी टिकटों के  खेल पर परिवहन मंत्री की निगाह
रोडवेज बसों में फर्जी टिकटों के खेल पर परिवहन मंत्री की निगाह

सुभाष डागर, बल्लभगढ़ : हरियाणा रोडवेज की बसों में कंडक्टरों की फर्जी टिकटों का जो खेल चल रहा है, उस पर परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की पूरी निगाह है। करनाल में ऐसा एक मामला सामने आया है। इन टिकटों की वजह से विभाग को राजस्व बहुत कम मिल रहा है, जिससे विभाग का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस दिशा में अब मंत्री सख्त कदम उठाने की बात कह रहे हैं। वहीं सरप्लस कर्मियों के तबादले करने पर रोडवेज यूनियन के नेताओं में विरोध के स्वर उठने शुरू हो गए हैं। विभाग को फायदे में लाने के लिए किए सरप्लस चालकों के तबादले

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परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का कहना है कि विभाग के घाटे को कम करने की दिशा में ऐसे चालकों के तबादले उन डिपो में किए हैं, जहां पर चालकों की संख्या बहुत कम है। फरीदाबाद डिपो से मंत्री ने 172 सरप्लस चालकों के तबादले किए हैं। जल्दी ही सरप्लस कंडक्टरों की सूची आने वाली है। ये चालक और कंडक्टर न तो बसों को चलाते थे और न सवारियों की टिकट काटते थे। बल्कि दूसरे डिपों में काफी बस बिना चालक व परिचालकों के खड़ी हुई थी। अब ये बसें चलेंगी, तो विभाग को राजस्व की प्राप्ति होगी और घाटा कम होगा। हरियाणा रोडवेज के फरीदाबाद डिपो में सिटी बस सेवा में 125 बसें थी। इनमें से मात्र 10 बसें चल रही हैं, जबकि 115 बसें खराब पड़ी हैं। दर्जनों बसें तो ऐसी हैं, जो कभी डिपो से बाहर ही नहीं निकली। ऐसे ही हरियाणा रोडवेज की सदर सेवा में 125 बसें थी। इन बसों में सिर्फ 100 बस चालू हालत में हैं। विभाग ने 2014 से 2019 तक एक भी बस नहीं खरीदी, जिससे चालकों की संख्या सरप्लस दिखाई देती है। जबकि डिपो में कोई भी कर्मचारी सरप्लस नहीं है। फर्जी टिकटों का मामला फरीदाबाद डिपो का नहीं है, ये मामला करनाल डिपो का है।

-जय सिंह चौहान, सचिव, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा रोडवेज डिपो फरीदाबाद हमने कर्मचारियों से स्पष्ट रूप से कह दिया है कि सरप्लस स्टाफ किसी भी डिपो में नहीं रखा जाएगा। जिनके तबादले किए जा चुके हैं, वे निश्चित रूप से अपने पदभार को संभाल लें। ये कदम विभाग के घाटे को दूर करने के लिए उठाया गया है। जल्दी ही बसों की टिकटों की भी जांच की जाएगी। हमें शिकायत मिली हैं कि कुछ कर्मचारियों ने फर्जी टिकट विभाग जैसी छपवाई हुई हैं। कंडक्टर अपनी टिकटों को देते हैं और विभाग की टिकटों को नहीं देते हैं। इन टिकटों का वितरण रोकना जरूरी है। जल्दी ही बसों में टिकटों का औचक निरीक्षण किया जाएगा।

-मूलचंद शर्मा, परिवहन मंत्री


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