Move to Jagran APP

पेंशन फार्म जमा कराने में ही छूट गए पसीने

नगर निगम बल्लभगढ़ जोन कार्यालय में अधिकारी न होने की वजह से लोगों को आए दिन धक्के खाने पड़ते हैं। नगर निगम के संयुक्त आयुक्त के पास दो पद हैं। वे अक्सर

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 05:43 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 05:43 PM (IST)
पेंशन फार्म जमा कराने में ही छूट गए पसीने

सुभाष डागर, बल्लभगढ़ : नगर निगम के बल्लभगढ़ जोन कार्यालय में अधिकारी न होने की वजह से लोगों को आए दिन धक्के खाने पड़ते हैं। नगर निगम के संयुक्त आयुक्त अमरदीप जैन के पास हुडा में संपदा अधिकारी का कार्यभार भी है। इसलिए वो कभी इधर-तो कभी उधर रहते हैं। वहीं कार्यकारी अभियंता विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की साइट पर होते हैं या फिर एनआइटी मुख्यालय में होने वाली बैठकों में भाग लेने के लिए चले जाते हैं, जिसकी वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। मंगलवार को भी यही कुछ देखने को मिला। इधर महीने के अंतिम दिन मंगलवार को वृद्धावस्था पेंशन फार्म जमा होते हैं, इस कारण पेंशन पाने के इच्छुक लोगों की लंबी लाइन लगी हुई है। जल्दी नंबर आने के मकसद से कई बुजुर्ग तो सुबह से ही लाइन में लगे हुए हैं। ²श्य 1

loksabha election banner

दिन के 11.30 बजे हैं। नगर निगम बल्लभगढ़ जोन कार्यालय में न तो संयुक्त आयुक्त अपने कार्यालय में हैं और न ही कार्यकारी अभियंता अपने कार्यालय में पहुंचे हैं। सीवर, पेयजल, सड़कों से संबंधित समस्याएं लेकर लोग अपनी समस्याओं को लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं। अधिकारियों के कक्ष खाली देख कर उन्हें यह सूझ ही नहीं रहा कि अपनी व्यथा सुनाएं किसे। मन मार कर परेशान लोग बैरंग लौटने को मजबूर हुए। ²श्य-2

महीने का अंतिम मंगलवार होने की वजह से वृद्धावस्था पेंशन फार्म जमा कराने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी हुई है। जल्दी नंबर आने के मकसद से कई बुजुर्ग तो सुबह से ही लाइन में लगे हुए हैं। जिन लोगों की फाइल पूरी तरह से तैयार नहीं है, उनकी फाइल को जमा करने वाले कर्मचारी वापस लौटा देते हैं। अचानक वहां जिला समाज कल्याण अधिकारी सुशीला देवी पहुंचती है। परेशान लोग उन्हें ही घेर लेते हैं और अपना दुखड़ा सुनाने लगते हैं। अधिकारी भी लोगों की परेशानियों को देखते हुए उन्हें तसल्ली से अपनी बात रखने का समय देती हैं और उन्हें समझाती हैं। परेशान लोगों को इससे राहत मिलती है। ²श्य-3

कुछ वृद्ध अपनी फाइल की कमी के बारे में जब कर्मचारियों से पूछते हैं, तो वे कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं है। यहां पर एक दिनेश सक्सेना नाम के बाबू बैठे हैं, जो कार्यालय से बाहर के हैं, वही लोगों की फाइल को देख कर बता रहे हैं कि कागज अधूरे हैं। मैं अपनी पेंशन का फार्म जमा कराने के लिए आई हूं, लेकिन यहां पर भीड़ इतनी है कि मेरा नंबर आते-आते दोपहर के एक बज जाएंगे। यहां उचित व्यवस्था नहीं है। सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।

-ज्ञानवती, मुकेश कॉलोनी मैं सारे स्टाफ से पूछ चुकी हूं कि मेरी फाइल में क्या कमी है, ये बता दो, पर कोई भी बताने को तैयार नहीं है। मैं परेशान हो गई हूं।

-चंद्रवती, राजीव कॉलोनी घर का काम-काज छोड़ कर गौंछी से सुबह निगम कार्यालय में आई हुई हूं। पहले फाइल पर नंबर लगाए जा रहे थे, अब जब हमारा नंबर आने को था, तो काम बंद कर दिया।

-ओमवती, गौंछी नगर निगम कार्यालय में जब भी किसी काम के लिए आते हैं, तो यहां पर कभी भी कोई अधिकारी नहीं मिलता। बिना अधिकारियों से मिले हुए वापस लौटना पड़ता।

-पुष्पा, मुकेश कॉलोनी हम लोगों को बराबर जागरूक कर रहे हैं कि अंत्योदय भवन सेक्टर-15 पुराने एडीसी कार्यालय में 10 रुपये देकर अपनी पेंशन फाइल जमा कराएं। कहीं पर जाने की जरूरत नहीं है। पेंशन बंध जाएगी और उनके घर पहुंच जाएगी।

-सुशीला देवी, जिला समाज कल्याण अधिकारी फरीदाबाद।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.