क्लोजर रिपोर्ट आने पर आरोपितों ने अदालत पर जताया विश्वास
सुनपेड़ की घटना में सीबीआइ द्वारा अदालत में क्लोजर रिपोर्ट पेश करने से आरोपितों के परिजनों ने न्यायपालिका पर विश्वास जताया है। इसे सत्य की जीत बताया है।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : सुनपेड़ की घटना में सीबीआइ द्वारा अदालत में क्लोजर रिपोर्ट पेश करने से आरोपितों के परिजनों ने न्यायपालिका पर विश्वास जताया है। इसे सत्य की जीत बताया है। गांव सुनपेड़ में 20 अक्टूबर-2015 को जितेंद्र के मकान में किसी ने आग लगा दी थी। आग में जितेंद्र के दो मासूम बच्चे दिव्या और वैभव की जलने से मौत हो गई थी। पत्नी रेखा के हाथ झुलस गए थे। इस घटना को लेकर पुलिस ने गांव के ही रहने वाले राजपूत समाज के पूर्व सरपंच बलवंत ¨सह सहित उनके परिवार के 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। मामला जाति विशेष और राजपूत समुदाय के बीच होने के कारण राजनीतिक रंग पकड़ गया था। राष्ट्रीय नेता तक पहुंचे थे गांव
इस मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजाराम, माकपा की नेता वृंदाकरात, आप नेता संजय ¨सह सहित विभिन्न दलों के राष्ट्रीय स्तर व कई विधायक गांव पहुंचे थे। सभी नेताओं ने मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की थी। सरकार ने मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी। सीबीआइ ने जांच में आरोपित बलवंत ¨सह व उनके परिवार के अन्य सदस्यों की किसी भी तरह की भूमिका न पाए जाने पर अब अदालत में क्लोजर रिपोर्ट पेश कर दी। जब ये घटना घटी थी, तब भी हमारे परिवार के सभी लोग निर्दोष थे। हम ये ही बात उस समय कहते थे। अब सीबीआइ ने क्लोजर रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी है, जिससे हमारा न्यायपालिका के प्रति विश्वास बढ़ गया है। समाज के सामने भी घटना आइने की तरह साफ हो गई है।
-राजबाला रावत