फसल काटने के लिए मजदूर नहीं, बारिश ने चिता बढ़ाई
शुक्रवार सुबह एक बार फिर से बारिश होने के कारण किसानों के दिलों की धड़कन तेज हो गई। गेहूं की फसल अब पूरी तरह से पक चुकी है। इस सप्ताह में कटाई शुरू हो जाएगी। बारिश अभी भी सप्ताह में दो-तीन दिन पड़ रही है जिसका गेहूं की चमक पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : खेतों में फसल पक कर तैयार है, पर देशभर में लॉकडाउन के चलते फसल काटने को मजदूर नहीं हैं। उधर मौसम फिर गड़बड़ होने से किसानों की चिता बढ़ गई। ऐसे में अन्नदाता यानि किसानों पर दोहरी मार पड़ती दिख रही है। किसान अब सरकार से ही कोई राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
फरीदाबाद में 11636 हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की बोआई की गई है। बारिश और ओलावृष्टि से पहले ही फसल में काफी नुकसान हो चुका है। 428 किसानों ने बारिश और ओलावृष्टि से फसल में हुए नुकसान के बारे में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में शिकायत की है। इन शिकायतों पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने तो नुकसान का सर्वे करके बीमा कंपनी को रिपोर्ट भेज दी, लेकिन सरकार ने जिले में अभी तक विशेष गिरदावरी भी नहीं कराई है। अब गेहूं कटाई के नजदीक पहुंच चुका है। यदि किसानों को मजदूर मिल जाएं, तो वो इसी सप्ताह कटाई का काम शुरू करने वाले हैं, लेकिन हर दूसरे-तीसरे दिन बारिश होने से किसान परेशान हैं। क्योंकि इस तरह से कटाई का काम भी सुचारू रूप से नहीं चल पाएगा। ऊपर से कोरोना की वजह से एक-दूसरे से दूरी बनाए रखने और घरों के अंदर रहने के लिए सरकार कह रही है, जिसके चलते मजदूर घरों से बाहर निकल कर कटाई का काम करने के लिए तैयार नहीं हैं। शुक्रवार सुबह एक बार फिर से बारिश होने के कारण किसानों के दिलों की धड़कन तेज हो गई। अब अगर बारिश होती है तो इसका गेहूं की चमक पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। कोरोना वायरस के डर की वजह से कटाई करने के लिए पहले ही मजदूर नहीं मिल रहे हैं। यदि मजदूरों को तैयार करें, तो फिर बारिश काम करने का मौका नहीं दे रही है। अब फसल पूरी तरह पक चुकी है।
-ताराचंद, दूल्हेपुर बारिश लगातार होने से गेहूं पहले ही जमीन पर गिरा हुआ है। अब दाना पकने की वजह बाली में वजन हो चुका है। आए दिन बारिश हो रही है, जिससे फसल और ज्यादा जमीन पर गिर जाएगी। बाल में दाना काला पड़ जाएगा।
-धर्मवीर सिंह, साहुपुरा अब तो किसी भी फसल के लिए बारिश अच्छी नहीं है। बेमौसम बारिश हो रही है। जिससे गेहूं की कटाई देरी से शुरू हो रही है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 15 दिन कटाई लेट हो चुकी है।
-डॉ.आनंद कुमार, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग फरीदाबाद