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सुशिक्षित समाज के निर्माण में योगदान दे रहा श्री साईं मंदिर संस्थान

ग्रेटर फरीदाबाद तिगांव रोड स्थित श्री साईं मंदिर संस्थान की जनसंख्या नियोजन और सुशिक्षित समाज के निर्माण में अहम भूमिका है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 07:18 PM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 07:18 PM (IST)
सुशिक्षित समाज के निर्माण में योगदान दे रहा श्री साईं मंदिर संस्थान
सुशिक्षित समाज के निर्माण में योगदान दे रहा श्री साईं मंदिर संस्थान

अनिल बेताब, फरीदाबाद

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ग्रेटर फरीदाबाद तिगांव रोड स्थित श्री साईं मंदिर संस्थान की जनसंख्या नियोजन और सुशिक्षित समाज के निर्माण में अहम भूमिका है। मंदिर परिसर में जहां एक तरफ जरूरतमंद परिवार के गरीब बच्चों के लिए स्कूल चल रहा है, वहीं महिलाओं के लिए साईं बाबा वोकेशनल ट्रेनिग सेंटर उपयोगी साबित हो रहा है। वोकेशनल ट्रेनिग सेंटर के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से महिलाओं का जीवन स्तर सुधर रहा है। महिलाएं स्वावलंबी बन कर अपनी आर्थिक स्थिति संवारने में सफल हुई हैं। मंदिर संस्थान की ओर से वर्ष 2004 में 30 महिलाओं से वोकेशनल ट्रेनिग सेंटर की शुरुआत की गई थी। सेंटर में इंडस्ट्रियल मशीनों के साथ ही एम्ब्राइडरी व टेलरिग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद मंदिर संस्थान के सहयोग से महिलाओं को नौकरी दिलाई जाती है। अब तक चार हजार से अधिक महिलाओं को नौकरी दिलाई जा चुकी है।

समाजसेवी डा.मोती लाल गुप्ता ने 1988 में साईं मंदिर की स्थापना की थी। मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। स्थापना के बाद डा.मोती लाल गुप्ता ने विचार किया कि धार्मिक कार्यक्रमों के तहत आने वाली धनराशि व समाज के अन्य समृद्ध लोगों द्वारा दिए गए दान से समाज के लिए, खासकर महिलाओं तथा बच्चों के लिए कुछ किया जाए, जिससे समाज का भला हो सके। इसी सोच के साथ उन्होंने स्कूल की स्थापना की। उत्कृष्ट प्रदर्शन से बनी अलग पहचान

स्कूल में आसपास के क्षेत्रों के गरीब तबके के परिवार के बच्चों को दाखिला दिया गया। बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनका नाश्ता, यूनिफार्म तथा किताबों का इंतजाम भी स्कूल की ओर से किया जा रहा है। साईं संस्थान की ओर से पहली से बारहवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए स्कूल में चल रहा है। बड़ी बात यह है कि प्रधानाचार्य बीनू शर्मा के प्रयासों से सीबीएसई संबद्ध इस स्कूल का वर्ष 2018-19 तथा 2019-20 का परीक्षा परिणाम सौ फीसद रहा है। बीनू शर्मा कहती हैं कि बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से जिले में संस्थान की अलग पहचान बनी है। पहले मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। मैंने पिछले साल ही साईं संस्थान के वोकेशनल ट्रेनिग सेंटर से इंडस्ट्रियल मशीनों की ट्रेनिग ली थी। ट्रेनिग पूरी होने के बाद मुझे साईं संस्थान ने नौकरी भी दिलवाई दी। अब मैं करीब दस हजार रुपये महीना कमा लेती हूं।

-सारिका, भारत कालोनी हमारा मकसद है कि वंचित तबके को भी आगे बढ़ने का मौका मिले। बहुत से परिवार धन की कमी के चलते बच्चों को पढ़ा नहीं पाते। कई महिलाएं घर तक सीमित हैं। ऐसी महिलाओं और युवतियों को औद्योगिक मशीनों का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाया जा रहा है। महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, तो उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। इसी मकसद से वोकेशनल ट्रेनिग सेंटर चल रहा है।

-डा.मोती लाल गुप्ता, संस्थापक, साईं मंदिर संस्थान


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