रोडवेज पर नहीं दिखा हड़ताल का असर
कर्मचारियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का हरियाणा रोडवेज दिखाई नहीं दिया।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : कर्मचारियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का हरियाणा रोडवेज दिखाई नहीं दिया। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का गृह जिला होने की वजह से प्रशासन ने पुलिस की देख-रेख में बस चलाई। इस दौरान पुलिस ने रोडवेज के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि अन्य कर्मचारी नेता पूरे दिन नगर निगम के कार्यालय में बैठे रहे। नगर निगम के जोनल कार्यालय में कहीं पर काम-काज नहीं हुआ। बताया गया कि यहां के कर्मचारी एनआइटी मुख्यालय में गए हुए थे। अन्य सरकारी विभागों से गिने-चुने कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए।
हरियाणा रोडवेज का जिला डिपो बल्लभगढ़ में है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी पहले से ही किलोमीटर स्कीम का विरोध कर रहे हैं। रोडवेज कर्मचारियों ने सात जनवरी को चक्का जाम करने की धमकी दी थी, लेकिन परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने रोडवेज यूनियनों के कुछ नेताओं को मनाने में सफल हो गए। यही वजह रही कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियनों की ज्वाइंट ताल-मेल कमेटी के नेताओं ने सात जनवरी की हड़ताल को वापस ले लिया। प्रशासन की तरफ से बुधवार को सुबह 4 बजे से ही एसडीएम त्रिलोक चंद, हरियाणा रोडवेज महाप्रबंधक भारत भूषण गोगिया, बल्लभगढ़ एसीपी जयवीर राठी बस अड्डे पर पहुंच गए। उन्होंने चालकों से बातचीत करके बस शुरू करा दी। बसों को चलता हुआ देख कर मौके पर कर्मचारी यूनियनों के नेता एकत्रित होकर पहुंचे और जो बस डिपो से बाहर जा रही थी, उसके चालक को थप्पड़ मारा। इस घटना के बाद पुलिस ने दो नेता राजबीर नागर और विरेंद्र सौरोत को हिरासत में ले लिया। इस तरह से बस पूरे दिन यहां से चलती रही। यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई। निगम को छोड़ कर अन्य किसी भी विभाग में हड़ताल का कोई खास असर दिखाई नहीं दिया। हमने पूरे दिन में 130 बसों को डिपो से रूटों के लिए निकाला है। यहां पर किसी भी यात्री को कोई परेशानी नहीं हुई। इसके लिए प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से बधाई की पात्र है, जिनके सहयोग से ये सब संभव हो पाया है।
-भारत भूषण गोगिया, महाप्रबंधक, हरियाणा रोडवेज फरीदाबाद