फतेहपुर बिल्लौच गांव में बंदरों का आतंक
फतेहपुर बिल्लौच में बंदरो का आंतक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। छत पर चढ़
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : फतेहपुर बिल्लौच में बंदरों का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। छत पर चढ़ने वालों पर हमला कर घायल कर देते हैं। प्रशासनिक अधिकारी पंचायत की शिकायत पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
गांव फतेहपुर बिल्लौच में यह बंदर कहां से आए, इसका किसी को पता नहीं। अब इनकी संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। झुंड के साथ खुलेआम गलियों में घूमते रहते हैं। छत पर सूखने वाले कपड़ों को फाड देते हैं। इतना ही नहीं खेत में काम करने वाले किसानों को परेशान करते हैं। गांव में अड्डे के पास खेत हैं, जहां पर बंदर झुंड में बैठे रहते हैं। अगर उन्हें भगाने की कोशिश करते हैं, तो हमला कर देते हैं। जिसके चलते फसल की भी बुवाई नहीं कर पाए हैं।
-सुभाष गर्ग अगर मकान का दरवाजा खुला रह जाता है, तो बंदर अंदर घुस जाते हैं और फ्रिज खोलकर फल, सब्जी ले जाते है। इस दौरान मकान के अंदर खेल रहे बच्चों पर भी हमला कर देते हैं। डर की वजह से दरवाजे बंद करके रखते हैं।
-सोनू कौशिक बंदरों को पकड़ने वाले पैसे लेते हैं। बंदरों को पकड़वाने के लिए पंचायत व पंचायत समिति में एक प्रस्ताव भी पारित कराया है। ग्रांट आने पर बंदरों को पकड़वा दिया जाएगा।
-महेंद्र अग्रवाल, सरपंच फतेहपुर बिल्लौच बंदर पकड़वाने के लिए पंचायत के प्रस्ताव को वन्य प्राणी व जिला विकास एंव पंचायत अधिकारी के पास भेज दिया जाएगा। इसके बाद जो भी निर्देश मिलेगा उसकी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
-वीरेंद्र ¨सह ¨सधु, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी बल्लभगढ़।