सूखती धान की फसल के लिए बारिश बनी वरदान
बुधवार रात और बृहस्पतिवार को दिन भर हुई मानसून की अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे पर मुस्कान बिखर गई है। अब किसानों को धान के लिए न तो बिजली आने का इंतजार करने की जरूरत है न ही एक सप्ताह तक सिचाई करने की।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : बुधवार रात और बृहस्पतिवार को दिन भर हुई मानसून की अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे पर मुस्कान बिखर गई है। अब किसानों को धान के लिए न तो बिजली आने का इंतजार करने की जरूरत है, न ही एक सप्ताह तक सिचाई करने की। बारिश से सबसे ज्यादा लाभ धान की फसल को हुआ है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग व राजस्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार की रात को सबसे ज्यादा बारिश मोहना उपतसहील में 55 मिलीमीटर और सबसे कम तिगांव में 8 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। फरीदाबाद में 44, बल्लभगढ़ 47, दयालपुर में 45, बड़खल में 20, धौज में 44 और गौंछी में 46 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। अब तक जो खरीफ की फल सूखने के कगार पर थी, उसके लिए ये बारिश वरदान साबित हुई। अब वे हरी-भरी हो जाएगी। खासकर ज्वार, बाजरा, मक्का की फसल को भी लाभ मिलेगा।
मानसून को पूरा डेढ़ महीना बीत चुका है। पहली अच्छी बारिश हुई है। ये बारिश पूरी रात धीमी गति से पड़ती रही। तेज गति से जो बारिश होती है, उसका पानी बह जाता है। जो बारिश रात को हुई है, ये पानी सीधे जमीन में नीचे चला गया। इससे फसलों को अच्छा लाभ हुआ है।
-अशोक कुमार, किसान ये बारिश फायदेमंद हैं। इससे सूखे की चिता कम हुई है। इस बारिश से पानी खेतों में जमा हुआ है। इससे जमीन कई दिन तक गीली रहेगी।
-डॉ.आनंद कुमार, क्षेत्रीय कृषि एवं विकास अधिकारी, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, फरीदाबाद