अनिश्चितकालीन हड़ताल पर आढ़ती
किसान अनाज मंडी में गेहूं व अन्य फसल लेकर न आएं क्योंकि आढ़तियों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पूरे प्रदेश में शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़: किसान अनाज मंडी में गेहूं व अन्य फसल लेकर न आएं, क्योंकि आढ़तियों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पूरे प्रदेश में शुरू कर दी है। जब तक व्यापारियों की मांगों को सरकार पूरा नहीं कर देती है, तब तक आढ़ती अपनी आढ़त पर गेहूं की ट्रॉली खाली नहीं करने देंगे। ऐसे ही किसानों को मंगलवार को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा और गेहूं वापस घर लेकर जाना पड़ा।
राज्य सरकार ने किसानों के गेहूं का पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। मंडी में किसान गेहूं लेकर आते हैं, तो उन्हें गेट पास लेना पड़ता है। गेहूं की खरीद का भुगतान सीधा किसानों के बैंक खाते में सरकार भेजेगी। व्यापारियों से किसानों ने खाद-बीज व अन्य कार्यों के लिए एडवांस में उधार रुपया लिया हुआ है। यदि किसानों के खातों में सीधा रुपया जाएगा, तो व्यापारियों की उधार नहीं पटेगी। किसानों को अनाज मंडी में अंदर जाने के लिए गेट पास लेने में खासी दिक्कत होती है। इसके विरोध में व्यापारियों ने मंगलवार को प्रदेश स्तर पर कुरुक्षेत्र में सभा का आयोजन किया। व्यापारियों ने जिले की मंडियों में किसानों को गेहूं नहीं उतारने दिया। किराये की ट्रॉली में गेहूं लेकर आए हैं। मंडी में गेहूं खाली नहीं करने दिया। अब वापस घर जा रहे हैं। गेहूं का किराया दो बार भुगतना पड़ेगा। किराया 800 रुपये ट्रॉली है।
-दीपचंद, हरफला आढ़तियों को यदि हड़ताल करनी थी, तो इसके बारे में कम से कम एक सप्ताह पहले अखबारों में खबर देनी थी। गांवों में जाकर बताना चाहिए था।
-राजाराम, सरमथला फसल के समय में व्यापारियों का हड़ताल करना न्यायोचित नहीं है। क्योंकि किसान गेहूं को कहां पर रखेंगे। मौसम रोजाना खराब हो रहा है, इसलिए सभी को जल्दी निकालने की लगी हुई है।
-रवि, हरफला आढ़ती एसोसिएशन हरियाणा ने फैसला लिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक किसानों का गेहूं मंडी में नहीं उतरने दिया जाएगा। प्रशासनिक कार्यालय के बाहर रोजाना आढ़ती धरना देंगे और प्रदर्शन करेंगे। व्यापारियों की मांग है कि सरकार पिछले वर्षों की तरह ही किसानों का गेहूं खरीदे।
-बिशन बंसल, अध्यक्ष, व्यापारी एसोसिएशन अनाज मंडी बल्लभगढ़