सालभर में सिर्फ चार महीने हुआ काम
बल्लभगढ़ उपमंडल लघु सचिवायल पर पिछले एक वर्ष में सिर्फ चार महीने ही निर्माण कार्य चला। आठ महीने निर्माण ठप रहा। जिसकी वजह से अब निर्माण कार्य काफी देरी से पूरा होगा।
सुभाष डागर, बल्लभगढ़
बल्लभगढ़ उपमंडल लघु सचिवालय पर पिछले एक वर्ष में सिर्फ चार महीने ही निर्माण कार्य चला। आठ महीने निर्माण ठप रहा। अब इसे तैयार होने में करीब एक वर्ष और लगेगा। बल्लभगढ़ उपमंडल में लघु सचिवालय नहीं है। यहां पर सभी विभागों के अधिकारी पंचायत विभाग के पंचायत भवन में बैठते हैं। सरकार ने यहां अलग से लघु सचिवालय बनाने की योजना को परिवहन एवं खनन मंत्री मूलचंद शर्मा की सहमति पर मंजूरी दे दी है। योजना को 10.80 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है।
लघु सचिवालय को बनाने के लिए सीएम मनोहर लाल ने 20 जुलाई, 2019 को आधारशिला रखी थी। इसको 16 महीने में बनाकर तैयार किया जाना था, लेकिन अक्टूबर से लेकर जनवरी तक शहर में प्रदूषण ज्यादा होने की वजह से एनजीटी ने सभी निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी। फिर निर्माण कार्य शुरू हुआ, तो 22 मार्च से कोरोना संक्रमण के चलते लाकडाउन लागू हो गया। लाकडाउन के दौरान पहले तो डेढ़ महीने तक मजूदरों का ठेकेदार ने खर्च चलाया, लेकिन जब सरकार ने मजदूरों को उनके घर जाने की छूट दे दी, तो मजदूर चले गए। इस तरह से आठ महीने काम नहीं हुआ। अब सचिवालय का निमार्ण कार्य दोबारा से शुरू हुआ है। एक तरफ के भाग पर दूसरी मंजिल पर लैंटर डालने के लिए स्टैरिग का काम चल रहा है, जबकि दूसरे भाग में अभी तक पहली मंजिल भी छत तक नहीं पहुंच पाई है। इस तरह से कार्य चला, तो ये करीब एक वर्ष में तैयार हो पाएगा। वर्जन..
लघु सचिवालय को दो भागों में बनाया जाएगा। ये ड्राइंग में ही प्रावधान है और इसमें दो भाग में बने भवन को आपस में जोड़ा जाएगा। पहले भाग को सीधे दो मंजिल तक तैयार किया जा रहा है। दूसरे भाग को बाद में तैयार किया जाएगा। अभी मजदूरों का अभाव है। सिर्फ 25 मजदूर ही काम कर रहे हैं। आठ महीने बाद अब निर्माण कार्य शुरू किया है।
-राहुल सिंह, कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, फरीदाबाद