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नई खोज व अनुसंधान पर खर्च हो सीएसआर व्यय : डॉ.प्रशांत

मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डॉ.प्रशांत भल्ला ने सीएसआर(कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) निधि को नई खोज व अनुसंधान पर खर्च करने पर जो दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 09:30 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 09:30 PM (IST)
नई खोज व अनुसंधान पर खर्च हो सीएसआर व्यय : डॉ.प्रशांत

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डॉ.प्रशांत भल्ला ने सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) निधि को नई खोज व अनुसंधान पर खर्च करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि यह वक्त की जरूरत है और इसी से राष्ट्र व समाज की प्रगति को बल मिलेगा। वे देश के प्रमुख औद्योगिक संगठन एसोचैम की शिक्षा क्षेत्र पर ध्यान देने के लिए गठित राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे। डॉ.प्रशांत को परिषद का अध्यक्ष भी चुना गया है। परिषद के सह अध्यक्ष जीडी गोयनका समूह के प्रबंध निदेशक निपुण गोयनका होंगे।

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परिषद के अध्यक्ष के रूप में डॉ.प्रशांत भल्ला ने एसोचैम की दूसरी प्रबंधन समिति की बैठक में बुनियादी ढांचा, पाठ्यक्रम, ग्रामीण शिक्षा, महिलाओं की शिक्षा, मान्यता, नियोक्ता प्रशिक्षण, संकाय और शिक्षा के कई अन्य पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें समान विचारधारा वाले व्यक्ति एक साथ आए।

उन्होंने देश के लिए अच्छी तरह परिभाषित लक्ष्यों के साथ एक संरचित शिक्षा पर विजन-2030 पर कार्य करने की बात कहते हुए 'फ्यूचर टेक्नोलॉजीज में उत्कृष्टता केंद्र' बनाने पर भी जोर दिया जो अकादमिक और छात्रों को भावी नौकरी की भूमिका और उद्योग से उम्मीदों पर मार्गदर्शन करेगा। उन्होंने उपस्थित समूह का ध्यान अंतरराष्ट्रीयकरण और वैश्वीकरण की दिशा में रैं¨कग, गुणवत्ता, मान्यता, स्वायत्तता, नियामक चुनौतियों और भारतीय संस्थानों की रे¨टग के आसपास जुड़े मुद्दों पर भी आकर्षित किया।


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