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नौ माह बाद भी द्वार तक नहीं पहुंची ईकोग्रीन की गाड़ी

शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नौ माह के बाद भी ईकोग्रीन कंपनी के वाहन और कर्मचारी नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसी के चलते घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना को पलीता लग रहा है। आम लोगों की ही नहीं, पार्षदों की भी शिकायत है कि कई क्षेत्रों में कंपनी के वाहन नियमित रूप से नहीं पहुंच पा रहे हैं। कई गलियों में हाल खराब है ही, चौक पर कूड़े के ढेर जमा हैं। लोग जाएं तो कहां जहां, किससे शिकायत करें, कोई सुनता ही नहीं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 07:57 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 07:57 PM (IST)
नौ माह बाद भी द्वार तक नहीं 
पहुंची ईकोग्रीन की गाड़ी
नौ माह बाद भी द्वार तक नहीं पहुंची ईकोग्रीन की गाड़ी

अनिल बेताब, फरीदाबाद : शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नौ माह के बाद भी ईकोग्रीन कंपनी के वाहन और कर्मचारी नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसी के चलते घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना को पलीता लग रहा है। आम लोगों की ही नहीं, पार्षदों की भी शिकायत है कि कई क्षेत्रों में कंपनी के वाहन नियमित रूप से नहीं पहुंच पा रहे हैं। कई गलियों में हाल खराब है ही, चौक पर कूड़े के ढेर जमा हैं। लोग जाएं तो कहां, किससे शिकायत करें, कोई सुनता ही नहीं। कूड़ा उठाने के लिए ईकोग्रीन कंपनी के वाहन और कर्मचारियों के न जाने पर महिलाओं ने रोष प्रकट किया। डबुआ कालोनी, पर्वतीय कालोनी, जवाहर कालोनी और कपड़ा कालोनी में नियमित रूप से ईकोग्रीन के वाहन नही आते। ऐसे ही एसजीएम नगर का हाल है, विभिन्न क्षेत्रों में जगह-जगह कूड़ा फैला नजर आता है। ताज्ज्बुब की बात है कि कई जगह तो नगर निगम और ईकोग्रीन कंपनी की ओर से कूड़ा न फैलाने के बारे में कई बोर्ड भी लगे हैं, फिर भी हालत खराब है।

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बता दें कि ईकोग्रीन कंपनी ने 14 दिसंबर, 2017 से घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना का शुभारंभ किया था। इसी दिन नगर निगम के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। ईकोग्रीन कंपनी का कार्य शुरू से ही संतोषजनक नहीं रहा। इसी के चलते नगर निगम सदन की बैठक में भी कई पार्षदों ने नाराजगी जताई थी। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण भी पहले ईकोग्रीन कंपनी की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जता चुके हैं।

एक तरफ तो शहर में स्वच्छता अभियान चल रहा है, वहीं अब भी कई जगह कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं। हालांकि ईकोग्रीन कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि शहर से रोजाना 650 टन से ज्यादा कूड़ा उठाया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। मेरे ब्लाक में कई दिनों से ईकोग्रीन कंपनी के कर्मचारी कूड़ा उठाने नहीं आ रहे हैं। इस वजह से बड़ी परेशानी हो रही है। करीब नौ महीने पहले इस योजना की शुरूआत की गई थी।

-नरगिस जयसवाल, डबुआ कालोनी, बी ब्लाक। ईकोग्रीन का काम ठीक नहीं है। कई-कई दिनों तक घरों से कूड़ा लेने कर्मचारी आते ही नहीं। समझ में नहीं आता कि कूड़ा कहां डालें।

-रीना चंदीला, ए ब्लाक, डबुआ कालोनी मेरे पास कई दिनों से शिकायतें आ रही हैं कि घर-घर से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। कई जगह नियमित रूप से वाहन नहीं जा रहे हैं। इस बारे में ईकोग्रीन कंपनी से बातचीत की जाएगी।

-ममता चौधरी, वार्ड नंबर 8 की पार्षद। शहर में 380 वाहनों से घर-घर से कूड़ा उठाया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में वाहन नहीं पहुंच पा रहे हैं, उन क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है। हम जल्द ही इस समस्या का समाधान करेंगे। साथ ही कंपनी ने एक टोल फ्री नंबर 1800-102-5953 भी जारी किया है, ताकि लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा सकें। शिकायत दर्ज होने के 24 घंटे में समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।

-अंकित अग्रवाल, सीईओ, ईकोग्रीन।


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