दिवाली की आतिशबाजी में 50 से अधिक झुलसे
प्रतिबंध के बावजूद शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में खूब आतिशबाजी हुई और पटाखे चलाना दर्जनों लोगों पर भारी पड़ा। अनार, बम तथा राकेट चलाने से झुलसे लोगों को इलाज के लिए निजी व सरकारी अस्पतालों में आना पड़ा। एनआइटी डबुआ कालोनी में बम चलाने से फैली ¨चगारियों से 17 लोग झुलस गए।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: प्रतिबंध के बावजूद शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में खूब आतिशबाजी हुई और पटाखे चलाना दर्जनों लोगों पर भारी पड़ा। अनार, बम तथा राकेट चलाने से झुलसे लोगों को इलाज के लिए निजी व सरकारी अस्पतालों में आना पड़ा। एनआइटी डबुआ कॉलोनी में बम चलाने से फैली ¨चगारियों से 17 लोग झुलस गए। ऐसे ही अन्य कई क्षेत्रों में पटाखे चलाने से बड़ी संख्या में युवक झुलस गए। इलाज के लिए पांच लोग बादशाह खान अस्पताल अस्पताल आए। इनमें से दो लोगों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। ऐसे ही पांच नंबर डॉ.अक्षत नैय्यर के अस्पताल में भी पांच लोग इलाज के लिए आए। अधिकांश मामलों में चेहरे तथा हाथ झुलस गए थे। डॉ.अक्षत नैय्यर ने बताया कि इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा झुलसने के मामले कम आए हैं। पिछले वर्ष उनके पास 95 मामले आए थे। इस बार पांच केस ही आए हैं। इसके अलावा शहर के विभिन्न निजी अस्पतालों व डॉक्टरों के पास झुलसने के मामले आए। राजकीय बादशाह खान अस्पताल के रेजीडेंट मेडिकल अफसर डॉ.विकास शर्मा ने बताया कि पटाखों से झुलसने के मामलों में कमी आई है। झुलसे लोगों में अधिकांश बच्चे और युवक हैं।