दस को बंद की वायरल पोस्ट से पुलिस अलर्ट
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : कहते हैं दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंककर पीता है। फरीदाबाद पुलिस पर यह बात
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : कहते हैं दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंककर पीता है। फरीदाबाद पुलिस पर यह बात लागू होती दिख रही है। एक सप्ताह पहले एससी-एसटी एक्ट पर आए सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के विरोध में सड़कों पर किए गए उपद्रव से सबक लेते हुए पुलिस सोशल मीडिया पर 10 अप्रैल को भारत बंद की वायरल पोस्ट को बेहद गंभीरता से ले रही है।
पुलिस आयुक्त ने जिले में सोमवार से ही मार्केट, राष्ट्रीय राजमार्ग, दलित बस्तियों के आस-पास पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी है। सभी थाना और चौकी के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। सभी एसीपी डीसीपी को अपने-अपने क्षेत्र में खुफिया विभाग से लगातार रिपोर्ट लेते रहने के आदेश हैं। सेक्टर-30 पुलिस लाइन में दंगा रोधी वाहनों को अलर्ट पर रख दिया गया है।
पिछले पांच-छह दिनों से इस उपद्रव के विरोध में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। जिसमें सामान्य वर्ग की जातियों द्वारा 10 अप्रैल को भारत बंद की घोषणा की गई है। अभी तक किसी भी संगठन ने इस बंद में खुद को शामिल नहीं बताया है। सामान्य वर्ग के प्रमुख संगठनों ने इससे खुद को अलग किया हुआ है। इसके बावजूद पुलिस इस बार किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती। पहले ही सभी को अलर्ट कर दिया गया है। खुफिया विभाग ने भी बताया निराधार
सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस पोस्ट को पुलिस के खुफिया विभाग ने निराधार बताया है। पुलिस आयुक्त को सौंपी रिपोर्ट में खुफिया विभाग ने कहा है कि जिले में कोई भी संगठन इस पोस्ट से इत्तेफाक नहीं रखता। खुफिया विभाग ने केवल बल्लभगढ़ के एक नेता द्वारा प्रदर्शन की आशंका जताई है। हमें मुख्यालय से अलर्ट रहने के निर्देश मिले हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हम तैयार हैं। मेरी लोगों से अपील है कि शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखें।
-विक्रम कपूर, डीसीपी हेडक्वार्टर।