कोरोना ने ली नवजात बच्ची व महिला की जान
कोरोना के लिहाज से मंगलवार का दिन अमंगलकारी रहा। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते दो दिन की नवजात सहित एक महिला की मौत हो गई है जबकि कोरोना के संक्रमण को मात देकर घर वापस जाने की तैयारी कर रहे बुजुर्ग की अचानक तबियत खराब होने से अस्पताल में ही मौत हो गई। नवजात गुरुग्राम की रहने वाली महिला की पुत्री थी। शेष दोनों मृतक इंद्रा नगर सेक्टर सात और मवई गांव के रहने वाले थे।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते दो दिन की नवजात बच्ची व एक महिला की मौत हो गई। कोरोना के संक्रमण को मात देकर घर वापस जाने की तैयारी कर रहे बुजुर्ग की भी अचानक तबीयत खराब होने से अस्पताल में ही मौत हो गई। नवजात गुरुग्राम की रहने वाली महिला की पुत्री थी। शेष दोनों औद्योगिक नगरी में इंद्रा नगर और मवई गांव से ताल्लुक रखते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने महिला की मौत की पुष्टि कोरोना संक्रमण की वजह से की है। इन सभी का अंतिम संस्कार कोरोना गाइड लाइन के अनुसार किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रामभगत के अनुसार गुरुग्राम निवासी 28 वर्षीय गर्भवती को 23 मई को ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज फरीदाबाद में स्थित कोविड-19 में रेफर किया गया था। 23 मई की रात को महिला ने बच्ची को जन्म दिया। नवजात की भी कोरोना जांच कराई और उसमें भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। सोमवार की रात बच्ची की मौत हो गई। कोरोना संक्रमित इंद्रा नगर निवासी 52 वर्षीय महिला को गंभीर हालत की वजह से वेंटिलेटर पर रखा गया था, पर उसकी भी मौत हो गई। अचानक हुई तबीयत खराब
डॉ.रामभगत के अनुसार मवई गांव निवासी 67 वर्षीय बुजुर्ग में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के बाद 18 मई को ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। बुजुर्ग की दूसरी रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आ गई थी और अस्पताल प्रबंधन द्वारा डिस्चार्ज करने के लिए कागजी कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान अचानक तबीयत खराब हुई, डिस्चार्ज करने के दौरान उनका गाल ब्लेडर फट गया, जिससे उनकी मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग बुजुर्ग की मौत कोरोना की वजह से नहीं मान रहा है।